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जानिए आमिर के बयान पर किसने क्या कहा...

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नई दिल्ली , मंगलवार, 24 नवंबर 2015 (21:16 IST)
नई दिल्ली। अभिनेता आमिर खान देश में असहिष्णुता के कारण ‘बढ़ती बेचैनी’ संबंधी अपनी टिप्पणी के लिए मंगलवार को आलोचनाओं के घेरे में आ गए। भाजपा ने उनके बयान को देश को बदनाम करने की कांग्रेस की ‘गहरी राजनीतिक साजिश’ से जोड़ा।
इसी बीच हिन्दू सेना के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा स्थित आमिर के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किए। हालात के मद्देनजर आमिर खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई। डीसीपी धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि पाली हिल स्थित आमिर के घर के बाहर शाम करीब चार बजे हिन्दू सेना के कम से कम सात कार्यकर्ता जुट गए और विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की।
 
उनमें से एक को यह कहते सुना गया कि आमिर को अपना बयान वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए क्योंकि भारत एक सहिष्णु देश है। उन्होंने कहा कि खार पुलिस ने पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और हिरासत में लिए गए लोगों के खिलाफ जांच जारी है एवं उचित कार्रवाई की जाएगी।
 
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि हमने अभिनेता को उचित पुलिस सुरक्षा प्रदान की है। फिल्म जगत में आमिर के सहयोगियों ने भी 50 वर्षीय अभिनेता पर अपना गुस्सा निकाला और उनमें से एक ने आमिर से पूछा कि उन्होंने पूर्व में ‘बेहद खराब समय’ के दौरान देश छोड़ने की बात क्यों नहीं की।
 
उन पर तंज कसे गए कि वह आज जो कुछ भी है वह भारत ने ही उन्होंने बनाया है और वह अब इसके खिलाफ क्यों हो रहे हैं, वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उनका बचाव करते हुए सरकार से अपने आलोचकों को ‘देशद्रोही, राष्ट्र विरोधी या प्रेरित’ करार देने की बजाए लोगों तक पहुंच बनाने के लिए कहा।
 
राहुल ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि सरकार और मोदीजी पर प्रश्न खड़ा करने वालों को गैर राष्ट्रवादी, राष्ट्र विरोधी या पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताने की बजाय सरकार बेहतर तरीके से यह कर सकती है कि लोगों तक पहुंच कायम कर पूछे कि उन्हें कौन-सी चीजें परेशान कर रही हैं। 
 
उन्होंने कहा कि यह भारत में समस्याओं को सुलझाने का तरीका है ना कि धौंस जमाना, धमकाना या अनुचित व्यवहार करना। गौरतलब है कि कल शाम राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान आमिर ने पिछले छह से आठ महीनों में देश में असहिष्णुता की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी को लेकर ‘चिंता एवं निराशा’ जताते हुए कहा था कि उनकी पत्नी किरण राव ने उनसे यहां तक कहा कि उन्हें शायद यह देश छोड़ना पड़े।
 
इंडियन एक्सप्रेस अखबार द्वारा आयोजित ‘रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म’ पुरस्कार समारोह में अप्रत्यक्ष रूप से उन लोगों का समर्थन भी किया था जो कि अपने पुरस्कार लौटा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि रचनात्मक लोगों द्वारा पुरस्कार लौटाना उनके क्षोभ को प्रकट करने का एक तरीका है।
 
आमिर पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आमिर और उनका परिवार भारत के अलावा कहां जाएंगे। भारत जैसा बेहतर और कोई देश नहीं है और एक भारतीय मुसलमान के लिए एक हिन्दू से अच्छा पड़ोसी कोई नहीं है। मुस्लिम देशों और यूरोप में क्या स्थिति है? हर जगह असहिष्णुता है। 
 
उन्होंने कहा कि ‘भारत सबसे अधिक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है जहां मुस्लिमों को समान अधिकार प्राप्त हैं। हमारे देश में एक कलाकार को उसकी जाति और धर्म से नहीं बल्कि उसकी कला से जाना जाता है।’’  
 
हुसैन ने आमिर खान के समर्थन में आने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष को भी निशाने पर लिया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारत में कांग्रेस ने असहिष्णुता के माहौल का राग छेड़कर देश को बदनाम करने के लिए एक ‘गहरी राजनीतिक साजिश’ रची है।
 
उन्होंने कहा कि यह देश की छवि खराब करने के अभियान में कांग्रेस की संलिप्तता को दर्शाता है। कांग्रेस एक निर्वाचित सरकार और लोकप्रिय प्रधानमंत्री को बर्दाश्त नहीं कर सकती। जब देश नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तरक्की कर रहा है तो कांग्रेस देश की छवि खराब करने का माहौल तैयार कर रही है।’’ 
 
हुसैन ने कहा कि आमिर की टिप्पणियों से पता चलता है कि वह डरे हुए नहीं हैं बल्कि दूसरों को डरा रहे हैं और भाजपा उनके आरोप को खारिज करती है।
 
भाजपा सांसद और हिन्दुत्व नेता योगी आदित्यनाथ ने खान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह भारत छोड़ना चाहते हैं तो किसी ने भी उन्हें भारत छोड़कर जाने से नहीं रोका है और इससे देश की आबादी कम करने में मदद मिलेगी। 
 
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ‘अतुल्य भारत’ के ब्रांड एंबेसडर आमिर की आलोचना करते हुए कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं सहिष्णुता का सबूत है कि वह (आमिर) सरकार की एक पहल का ब्रांड एंबेसडर होने के साथ ही मंत्रियों के सामने किसी मंच पर आ सकते हैं और अपने मन की बात कर सकते हैं। उनका एक राजनीतिक झुकाव है और यह उनका अधिकार है।
 
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजिजू ने कहा कि असहिष्णुता संबंधी आमिर की टिप्पणी पूरी तरह गलत है और इस तरह की टिप्पणियों से केवल देश और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब होती है। 
 
भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने आमिर को याद दिलाया कि उनकी आखिरी फिल्म ‘पीके’ ने दक्षिणपंथी समूहों के विरोध प्रदर्शनों के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता हासिल की थी और यह भारत के सहिष्णु समाज का सबूत है।
 
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आमिर का बचाव करते हुए कहा कि अभिनेता ने भाजपा के कई नेताओं की मौजूदगी में जो कहा वह पूरी दुनिया कह रही है, पूरा भारत कह रहा है और सही सोच वाले सभी लोग कह रहे हैं। अनुपम खेर, रामगोपाल वर्मा और रवीना टंडन जैसी बॉलीवुड हस्तियों ने आमिर की आलोचना की।
 
कई हिट फिल्मों में आमिर के साथ काम कर चुके अनुपम खेर ने उन पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘वह जो हैं, भारत ने उन्हें वह बनाया है।’’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा- ‘‘प्रिय आमिर खान। क्या आपने किरण से पूछा कि वह कौन से देश जाना पसंद करेंगी? क्या आपने उन्हें बताया कि इसी देश ने आपको आमिर खान बनाया। क्या आपने किरण को बताया कि आप बुरे दौर में इस देश में रहे हैं लेकिन आपने कभी भी बाहर जाने के बारे में नहीं सोचा।’’ 
 
अभिनेता ने आमिर के ‘अतिथि देवो भव:’ अभियान और उनके लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ को लेकर कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि ‘अतुल्य भारत’ कब उनके लिए ‘असहिष्णु भारत’ बन गया? क्या केवल 7-8 महीनों में।’’ 
 
आमिर को ‘रंगीला’ जैसी हिट फिल्म में निर्देशित करने वाले निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘असहिष्णुता के बारे में शिकायत कर रही कुछ हस्तियां ऐसा करने वाली आखिरी हस्तियां होनी चाहिएं क्योंकि कथित असहिष्णु देश में ही वे जानी-मानी हस्तियां बनी हैं। किसी भी देश की तुलना में भारत सबसे सहिष्णु देश है और अगर कुछ लोग यहां भी नाखुश हैं तो उन्हें बताना चाहिए कि वे किस में देश जाएंगे।
 
अभिनेता रिषी कपूर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘श्रीमान और श्रीमती आमिर खान, जब चीजें गलत हो रही हैं और व्यवस्था में सुधार की जरूरत है, तो उसकी मरम्मत करें, उसे ठीक करें। इससे भागे नहीं। यही पराक्रम है।’’ 
 
अभिनेता और भाजपा सांसद परेश रावल ने कहा कि अगर आमिर मानते हैं कि यह उनकी ‘मातृभूमि है तो वह कभी भी इसे छोड़कर जाने की बात नहीं करेंगे।’’ आमिर के साथ ‘अंदाज अपना अपना’ और ‘अकेले हम अकेले तुम’ फिल्म में काम करने वाले परेश रावल ने ट्वीट किया, ‘‘आमिर एक योद्धा हैं, ऐसे में उन्हें भागना नहीं चाहिए बल्कि देश में हालात बदलने चाहिए।’’ 
 
आमिर का नाम लिए बिना अभिनेत्री रवीना टंडन ने ट्वीट किया कि वे सभी लोग जो मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनते देखना चाहते थे, वे इस सरकार को गिराना चाहते हैं। दु:ख की बात है कि राजनीति की वजह से वे देश को शर्मसार कर रहे हैं। (भाषा) 

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