नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री का मुद्दा एक बार फिर उठाते हुए गुरुवार को कहा कि कम पढ़े-लिखे होने के कारण ही वे नोटबंदी के विनाशकारी परिणाम का आकलन नहीं कर पाए।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि प्रधानमंत्री की डिग्री की सच्चाई का खुलासा हो, क्योंकि यह जनता का संवैधानिक अधिकार है।
केजरीवाल ने यहां अपने आवास पर बताया, लोगों का मानना है कि क्योंकि मोदीजी कम शिक्षित हैं इसलिए उन्होंने बगैर किसी से चर्चा किए नोटबंदी का फैसला ले लिया है। अब जब इसके कारण लोगों का जीवन दूभर हो गया है तो वे स्थिति से नहीं निपट पा रहे हैं।
इससे पहले नोटबंदी के फैसले को वापस लेने की मांग कर चुके आप प्रमुख ने यह भी मांग की कि लोग जो पैसा जमा करा रहे हैं उसका इस्तेमाल किसानों और छोटे कारोबारियों की ॠण माफी के लिए किया जाए। (भाषा)