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भाजपा ने शिवसेना के समक्ष रखी 130 सीटों की मांग

हमें फॉलो करें भाजपा ने शिवसेना के समक्ष रखी 130 सीटों की मांग
मुंबई , सोमवार, 22 सितम्बर 2014 (23:59 IST)
मुंबई। भाजपा ने आज शिवसेना के समक्ष महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 130 पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा, लेकिन इसकी सहयोगी इस पर सहमत होने के मूड में नहीं दिखी। इससे 25 साल पुराने गठबंधन के बिखरने की संभावना और बढ़ गई है।
महाराष्ट्र भाजपा के शीर्ष नेता एवं राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष एकनाथ खडसे ने यहां तक कि कहा कि गठबंधन मृत्यु शैय्या पर है। गतिरोध ने शिवसेना और भाजपा नीत बड़े गठबंधन ‘महायुति’ के छोटे सहयोगी दलों को भी परेशान कर दिया है और इनमें से एक ने गठबंधन से बाहर होने तथा अकेले चुनाव लड़ने की धमकी दी है।
 
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक दिन पहले अंतिम पेशकश कर कहा था कि उनकी पार्टी खुद 151 सीटों पर लड़ेगी, भाजपा को 119 सीट देगी तथा शेष 18 अन्य सहयोगियों को दी जाएंगी। 
 
इसके जवाब में भाजपा ने आज खुद के लिए 135 से घटाकर 130 सीटें मांगीं, लेकिन कहा कि यदि राजग में अपने सबसे पुराने सहयोगी से यदि अलग होने को विवश होना पड़ा तो वह सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
 
भाजपा के प्रस्ताव पर हालांकि शिवसेना का कोई नेता जवाब देने के लिए तैयार नहीं दिखा, लेकिन पार्टी के एक सांसद ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, प्रस्ताव पुराना है। उद्धव ठाकरे स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी पेशकश अंतिम है। 
 
भाजपा महासचिव एवं महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूडी ने दिल्ली में कहा कि उनकी पार्टी ने एक काफी उदार प्रस्ताव शिवसेना को दिया है क्योंकि 130 सीटों में वे सीट शामिल हैं जिन पर पिछले 30 वर्षों में उनका सहयोगी कभी विजयी नहीं रहा है।
 
उन्होंने कहा, तथ्य यह है कि जो प्रस्ताव दिया गया है और भाजपा अध्यक्ष (अमित शाह) के साथ जो बातचीत हुई है..शिवसेना को एक काफी उदार प्रस्ताव भेजा गया है। रूडी ने कहा, अन्य जो सीटें हम मांग रहे हैं, ये वे सीट हैं जिन पर शिवसेना पिछले 30 साल में कभी नहीं जीती है। हमें भले ही वे सीट दीजिए जिन पर जीत की संभावना बहुत ही कम है, लेकिन हमें संख्याबल दीजिए। 
 
उन्होंने कहा, यदि आकस्मिक स्थिति में भाजपा शिवसेना के साथ चुनाव नहीं लड़ने को बाध्य होती है तो हम सभी 288 सीटों पर अकेले लड़ेंगे, लेकिन हम शिवसेना के साथ मिलकर लड़ने को प्राथमिकता देंगे। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने 20-30 सीटों को छोड़कर ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है। 20-30 सीटों पर वे उचित नाम देखरहे हैं या अन्य दलों के नेताओं के उनके साथ जुड़ने की उम्मीद कर रहे हैं।
 
भाजपा के एक नेता ने कहा, हम गठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन हम उनके (शिवसेना) गैर समझौताकारी रुख को सहन करने के मूड में नहीं हैं। भाजपा के सत्ता में आने की सूरत में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक माने जा रहे खडसे ने कहा कि गठबंधन व्यावहारिक तौर पर मृत्यु शैय्या पर है। 
 
वहीं आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले और राष्ट्रीय समाज पार्टी के नेता महोदव जनकर ने शिवसेना और भाजपा से कहा कि वे कांग्रेस-राकांपा को चौथी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए मिलकर चुनाव लड़ें।
 
जनकर ने कहा कि यदि सीट बंटवारे का मुद्दा कल तक नहीं सुलझता है और गठबंधन टूटता है तो आरएसपी 125 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। अठावले ने कहा कि शिवसेना और भाजपा को आरपीआई को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हमें हल्के में मत लो। महायुति सीट बंटवारे के मुद्दे को जल्द निपटाओ। (भाषा) 

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