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कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, कई राज्यों में अध्यक्ष बदले

हमें फॉलो करें कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, कई राज्यों में अध्यक्ष बदले
, सोमवार, 2 मार्च 2015 (12:05 IST)
नई दिल्ली। अगले महीने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सत्र में राहुल गांधी की संभवत: पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदोन्नति से पहले कांग्रेस ने सोमवार को पांच नए प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुख तथा एक क्षेत्रीय कांग्रेस समिति अध्यक्ष की नियुक्ति की

अजय माकन को दिल्ली में, महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण, जम्मू और कश्मीर में गुलाम अहमद मीर, गुजरात में भरतसिंह सोलंकी और तेलंगाना में उत्तम रेड्डी को पार्टी की कमान सौंपे जाने के इस फेरबदल में राहुल गांधी की स्पष्ट छाप दिखाई देती है।

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव संजय निरूपम को मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति का प्रमुख बनाया गया है। राज्यों में बदलाव काफी समय से लंबित था और राहुल गांधी खासतौर पर इन राज्यों में नए प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुखों की नियुक्ति चाहते थे। संकेत ऐसे हैं कि उन्हें गुजरात और महाराष्ट्र में बदलाव के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

बदलाव ऐसे समय हुआ है जब महत्वपूर्ण बजट सत्र के बीच राहुल गांधी की दो सप्ताह की छुट्टियां खत्म होने को हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी जल्द लौटेंगे।

पार्टी के संगठन महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की विज्ञप्ति में नामों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांच नए प्रदेश कांग्रेस समिति अध्यक्ष और एक क्षेत्रीय कांग्रेस समिति अध्यक्ष की नियुक्ति की है।’ इसके अतिरिक्त, विधायक मल्लू भाटी विर्कमार्का को तेलंगाना के लिए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।

तेलंगाना के नए प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुख रेड्डी वर्तमान प्रदेश प्रमुख पोन्नला लक्ष्मैया की जगह लेंगे जिन्हें पिछले साल मार्च में ही नियुक्त किया गया था। रेड्डी को तब कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। चव्हाण जहां माणिक राव ठाकरे की जगह लेंगे, वहीं गुलाम अहमद मीर जम्मू और कश्मीर में सैफुद्दीन सोज की जगह लेंगे।

गुजरात में अर्जुन मोधवाडिया की जगह प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुख बनने वाले भरतसिंह सोलंकी पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के पुत्र हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में यह उनकी दूसरी पारी है। वह पांच साल पहले इस पद पर रह चुके हैं।

दिल्ली प्रदेश प्रमुख के तौर पर माकन की वापसी उसी समय तय मानी जा रही थी जब उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया था। दरअसल पार्टी तीन बार मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित की जगह एक ऐसे चेहरे को कमान सौंपना चाहती थी जो जाना माना हो। माकन से पहले पिछले वर्ष अरविंदर सिंह लवली पीसीसी प्रमुख थे। लवली को 2013 विधानसभा में पार्टी की शर्मनाक हार के बाद पीसीसी प्रमुख बनाया गया था जिसमें पार्टी को मात्र आठ सीटों पर जीत मिली थी और शीला दीक्षित को अपने निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली में हार का सामना करना पड़ा था।

इस बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत का स्वाद चखने को नहीं मिला और इस पराजय के बाद माकन को पीसीसी प्रमुख बनाए जाने का निर्णय इस बात का संकेत है कि पार्टी राज्य की राजनीति में लंबी दूरी तय करने की तैयारी कर रही है और पार्टी मामलों की कमान ऐसे व्यक्ति के हाथों में सौंपना चाहती है जो जाना माना हो।

यह बदलाव राज्य में एआईसीसी में होने वाले बदलाव की शुरुआत हैं। पार्टी के कई महासचिवों को बदला जाना है। इसके अलावा पार्टी ने एआईसीसी महासचिव बीके हरिप्रसाद और एआईसीसी सचिव मैनुल हक को जम्मू और कश्मीर में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए होने वाली बैठक का पर्यवेक्षक एवं सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के निकट सहयोगी लाल सिंह का नाम चर्चा में है। हालांकि इस समय पीसीसी प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा को बदला जाना है, लेकिन बाजवा के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद करने वाले अमरिंदर सिंह को पीसीसी प्रमुख बनाए जाने की संभावना नहीं है। लाल सिंह पूर्व मुख्यमंत्री की पसंद हैं।

पंजाब उन राज्यों की सूची में शामिल नहीं है जिनमें बदलाव की घोषणा आज की गई। (भाषा)

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