नई दिल्ली। पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले दादरी कांड की जांच में एक नया मोड़ आ गया है। सूत्रों के मुताबिक इस घटना में उन्मादी भीड़ का शिकार हुए मोहम्मद अखलाक के घर मिले मीट की फोरेंसिक जांच में उसके गोमांस होने की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि सितंबर 2015 की इस घटना में नोएडा के दादरी में उन्मादी भीड़ ने मोहम्मद अखलाक के घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी थी जबकि उसके बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। भीड़ का गुस्सा इस अफवाह पर था कि मोहम्मद अखलाक के घर में गोमांस पकाया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने घटना की जांच के दौरान अखलाक के घर से बरामद मीट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। मथुरा की लैब से उसकी जांच रिपोर्ट आ गई है, जिसमें बरामद मीट के मटन होने की बजाय गोमांस होने की पुष्टि की गई है।
खास बात ये है कि शुरुआत में इसी मीट को सरकारी पशुचिकित्सकों ने बकरे का मांस बताया था। इसके बाद यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी कि अखलाक और उसके बेटे दानिश पर कुछ अज्ञात लोगों ने प्रतिबंधित पशु का मांस खाने के अपुष्ट आरोपों के चलते हमला किया।
गौरतलब है कि दादरी कांड को लेकर देशभर में सियासत हुई थी और केंद्र की मोदी सरकार को घेरा गया था। अब मथुरा की रिपोर्ट से साफ है कि दादारी कांड को लेकर पिछले तकरीबन 9 महीने से जारी सियासत अब नए रूप में सामने आ सकती है। यूपी में कुछ महीने बाद ही चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में अगर ये मामला फिर से गरमाता है तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।