नई दिल्ली। सीमा पर जबरदस्त तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को एक अभियान शुरू किया है जिसके जरिए लोग देश की सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों को दिवाली पर अपनी शुभकामनाएं और संदेश भेज सकते हैं और उनका मनोबल बढ़ा सकते हैं।
लोग नरेन्द्र मोदी ऐप पर माईजीओवी.इन के जरिए ‘हैशटैगसंदेश2सोल्जर्स’ अभियान के तहत और आकाशवाणी के माध्यम से अपने संदेश भेज सकते हैं। दूरदर्शन भी सेना के प्रति लोगों की भावनाओं को साझा करने के लिए कार्यक्रम शुरू करेगा।
अभियान का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट कर कहा- 'मैं अपना ‘हैशटैग संदेश2सोल्जर्स’ भेजता हूं। आप भी ऐसा कर सकते हैं। आपकी शुभकामनाएं निश्चित रूप से हमारे जवानों को बेहद खुशी पहुंचाएंगी।'
उन्होंने ट्वीट किया- 'इस दिवाली आइए, अपनी बहादुर सेना को याद करें, जो निरंतर हमारे देश की रक्षा करते हैं। जय हिन्द।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सवा करोड़ लोग जवानों के साथ खड़े होंगे तो उनकी ताकत सवा करोड़ बार बढ़ेगी।
अभियान के तहत प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए एक विशेष वीडियो साझा किया। इस वीडियो में वह लोगों से बहादुर सैन्यकर्मियों को अपने संदेश भेजने की अपील करते दिख रहे हैं। पीएमओ ने एक विज्ञप्ति में बताया कि वीडियो पोस्ट किए जाने के घंटे भर के अंदर ट्विटर और फेसबुक जैसे मंचों पर लोगों में इस वीडियो को लेकर जबरदस्त रूचि देखने को मिली। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले अभियान के जरिए हमारी सेना के लिए असीम सम्मान और श्रद्धा रखने वाले राष्ट्र को इस त्योहारी मौसम में अभिव्यक्ति का एक मंच मिलेगा।
नरेंद्र मोदी ऐप पर एक विशेष मॉड्यूल शुरू किया गया है जिसमें लोग सेना को अपनी शुभकामनाएं और हाथ से लिखे संदेशों को भेज सकते हैं। 'संदेश2सोल्जर्स' अभियान से लोगों और सेना के बीच संवाद बढ़ने की उम्मीद है।
यह अभियान पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में आतंकवादी लॉन्च पैड पर भारतीय सेना के लक्षित हमले और सीमा पर बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में सामने आया है।
इस महीने की शुरुआत में भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने जवानों के मानवीय तत्व पर फोकस किया था। उन्होंने लोगों से अपील की थी कि जवानों से मिलने पर वह उनकी सराहना करें। प्रधानमंत्री की इस अपील की भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी।
यह पहली बार नहीं है जब मोदी ने सेना पर ध्यान केंद्रित किया हो। बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने अपनी पिछली दो दिवाली सेना के साथ मनाई थी। (भाषा)