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हथियार दलाल के हनी ट्रैप में फंसे वरुण गांधी!

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नई दिल्ली , शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2016 (08:14 IST)
नई दिल्ली। भाजपा नेता वरुण गांधी इस आरोप के बाद विवादों में घिरे नजर आए कि उन्होंने हनी ट्रैप के बाद बिचौलिए अभिषेक वर्मा को रक्षा संबंधी गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराए थे। वहीं वरुण ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वह 2004 से वर्मा से नहीं मिले हैं।
 
स्वराज अभियान के नेताओं प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में न्यूयॉर्क स्थित वकील एडमंड्स एलेन का एक पत्र जारी किया जो पिछले महीने पीएमओ को लिखा गया था। पत्र में दावा किया गया है कि वर्मा द्वारा वरूण को प्रेम जाल में फंसाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्मा ने हथियार मामलों से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचना साझा करने के लिए वरुण को ब्लैकमेल किया। वरुण रक्षा सलाहकार समिति के सदस्य थे।
 
वरुण ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह 2004 से वर्मा से नहीं मिले हैं और उन्होंने आरोपों को लेकर भूषण तथा यादव के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी।
 
वरुण ने कहा कि पेश की गयी पूरी सूचना में तनिक भी सबूत नहीं है कि संवेदनशील सूचना के संबंध में वर्मा से उनका कोई संवाद हुआ या उस सूचना तक उनकी पहुंच थी। वर्मा के सहयोगी रहे एलेन 2012 में अलग हो गए। वर्मा 2006 के नौसेना युद्ध कक्ष लीक मामले में आरोपी हैं।
 
भूषण ने आरोप लगाया कि पूरा ब्यौरा होने के बाद भी भाजपा सरकार ने थेल्स कंपनी को काली सूची में नहीं डाला जिसने घोटाले से घिरी स्कोर्पिन पनडुब्बियां बेची थी और दसाल्ट ने खरीद की थी। भारत ने हाल ही में 36 राफेल विमान के लिए दसाल्ट के साथ एक सौदा किया है।
 
भूषण ने कहा कि थेल्स के खिलाफ किसी भी कार्रवाई से राफेल सौदा खटाई में पड़ सकता था। उन्होंने कहा कि 126 विमान खरीदने की विगत की घेाषणाओं के उलट सरकार ने 36 विमान खरीदे और हर इकाई के लिए दोगुने पैसे का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ गडबडी प्रतीत होती है।
 
विवादित हथियार कारोबारी अभिषेक वर्मा ने भी आरोपों को खारिज करते हुए इनसे संबंधित ईमेल एवं तस्वीरों को मनगढ़ंत करार दिया जिनमें कहा गया है कि भाजपा सांसद वरूण गांधी ने उन्हें रक्षा जानकारियां लीक कीं। दरअसल, स्वराज अभियान के योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने संवाददाता सम्मेलन कर इस मामले से जुड़े आरोप लगाए।
 
वर्मा ने एक बयान में कहा, 'मैं उन सभी आरोपों से इंकार करता हूं जो सात पृष्ठों वाले कथित पत्र में लगाए गए हैं। मैं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की ओर से लगाए गए आरोपों से भी इंकार करता हूं।'
 
उन्होंने कहा, 'एलन (न्यूयॉर्क आधारित वकील) एक जाना-पहचाना फर्जीवाड़ा करने वाला व्यक्ति है। वह अतीत में भी दूसरे लोगों की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर चुका है। मैंने छह फरवरी, 2012 को पटियाला हाउस अदालत में एलन के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था। इस मामले की सुनवाई चल रही है और मामला विचाराधीन है।' (भाषा) 

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