नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने चीन को चेतावनीभरे लहजे में बुधवार को कहा कि किसी भी देश को यह समझ लेना चाहिए कि दक्षिण चीन सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा विवाद का समाधान सैन्य हस्तक्षेप से नहीं किया जा सकता।
कैरी ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन कैसे किया जाता है, चीन को इस संबंध में भारत से सीख लेनी चाहिए कि भारत समुद्री सीमा को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले का पालन कर रहा है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के छात्रों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी यह स्पष्ट किया कि अमेरिका अपने सहयोगियों और मित्र राष्ट्रों की समुद्री सीमा संबंधी अधिकारों का पूरा समर्थन करता है। अमेरिका और मित्र राष्ट्र इस अधिकार की सुरक्षा के लिए परस्पर प्रतिबद्ध हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करके भारत ने जो उदाहरण पेश किया है, इस तरह की पहल से दक्षिण चीन सागर की समस्या का शांतिपूर्ण हल निकाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि फिलीपीन्स और चीन दक्षिण चीन सागर मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले का सम्मान करें। इस तरह के मामलों में अंतरराष्ट्रीय आदेशों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले के बावजूद चीन सरकार दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों का संचालन कर रही है। (वार्ता)