मुंबई। इसराइल के राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देने के उद्देश्य से अपनी 6 दिवसीय भारत यात्रा पर सोमवार को मुंबई पहुंचे। रिवलिन कारोबारियों और शिक्षाविदों के बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई हवाई अड्डे पहुंचे, जहां से सोमवार को वे दिल्ली रवाना होंगे।
वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच सहयोग के स्थलों एवं संयुक्त परियोजनाओं का दौरा करेंगे। इसराइली नेता चंडीगढ़ में एक एग्रो-टेक सम्मेलन के उद्घाटन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ शामिल होंगे।
वे मुंबई में 2008 में आतंकियों का निशाना बने स्थलों पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और महात्मा गांधी तथा द्वितीय विश्वयुद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के स्मारकों पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। 26 नवंबर 2008 को मुंबई आतंकी हमलों के दौरान मुंबई के चबाड हाउस में 6 यहूदी मारे गए थे। रिवलिन वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों और यहूदी समुदाय के लोगों के साथ भी बैठक करेंगे।
मुंबई के लिए विमान से उड़ान भरने से पहले रिवलिन ने कहा कि मैं इसराइल के अहम सहयोगी और करीबी मित्र भारत की महत्वपूर्ण यात्रा के लिए रवाना हो रहा हूं। भारत और इसराइल के बीच कई समानताएं हैं।
इसराइली राष्ट्रपति ने कहा कि इसराइल और भारत दोनों ही देश नवोन्मेष तथा प्रेरणा वाले देश हैं। दोनों देशों की परंपराएं प्राचीन हैं, लेकिन उन्होंने एक मजबूत एवं उन्नत उच्च तकनीकी अर्थव्यवस्था का निर्माण किया है तथा अब राजनयिक संबंधों के 25 वर्ष का जश्न मना रहे हैं। यह यात्रा मजबूत संबंधों और दोनों देशों के लोगों के बीच मित्रता का प्रतीक है तथा मैं उम्मीद करता हूं कि हम मित्रता के इन बीजों को और करीब से पनपने के लिए रोपित करेंगे।
रिवलिन के साथ आ रहे शिक्षाविदों के प्रतिनिधिमंडल में इसराइली अकादमिक संस्थानों के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल हैं जिनके द्वारा भारतीय संस्थानों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। (भाषा)