नई दिल्ली। भारत ने अमेरिका को गुरुवार को आगाह किया कि वह पाकिस्तान के साथ असैन्य परमाणु करार करने के पहले अप्रसार संबंधी उसके अतीत की अच्छी तरह से तहकीकात कर ले।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां नियमित ब्रीफिंग में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की इसी माह की 22 तारीख को होने वाली अमेरिका यात्रा की दौरान असैन्य परमाणु करार होने की तैयारियों की रिपोर्ट पर ध्यान दिलाए जाने पर कहा कि अमेरिका में जो भी इस विषय को देख रहा है, उसे पाकिस्तान के परमाणु अप्रसार प्रतिबद्धताओं का अतीत भी देखना चाहिए।
उन्होंने अमेरिका को यह भी याद दिलाया कि वर्ष 2005 में भारत के साथ अमेरिका का असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग समझौता भारत के विश्वसनीय परमाणु अप्रसार के रिकॉर्ड को देखकर हुआ था।
अमेरिका के अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय पाकिस्तान के परमाणु शस्त्र एवं प्रक्षेपास्त्र प्रणाली के नियंत्रण में रखने के लिए उसके साथ उसी प्रकार का असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग करार के बारे में सोच रहा है जैसा भारत के साथ वर्ष 2005 में हुआ था।
अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, इस बारे में बहुत गुपचुप तरीके से काम हो रहा है। अमेरिका के अधिकारी इस कदम को इसलिए बहुत अहम मान रहे हैं क्योंकि इससे संसार के सबसे खतरनाक संकट को नियंत्रित किया जा सकेगा। (वार्ता)