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आईटीआई को 12वीं के समकक्ष मान्यता देने की तैयारी

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नई दिल्ली , मंगलवार, 15 मार्च 2016 (21:55 IST)
नई दिल्ली। सरकार आईटीआई के पाठ्यक्रम को 12वीं के समकक्ष मान्यता देने की तैयारी कर रही है जिससे कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं के लिए भी उच्च शिक्षा का मार्ग आसान हो सकेगा। 
 
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने मंगलवार को यहां उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि गुजरात ने इसे लागू किया है। 12वीं का एक ब्रिज कोर्स करके समकक्ष डिग्री हासिल की जा सकती है। हम प्रयास कर रहे हैं कि यह पूरे देश में लागू हो। मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी इस पर लगभग सहमत है, लेकिन समिति की रिपोर्ट के इंतजार में है। 
 
'स्किलिंग इंडिया : द वे फॉर्वर्ड' नामक कार्यक्रम में रूडी ने कहा कि देश की शिक्षा नीति में एक बहुत बड़ी कमी रह गई थी। कोई 10वीं फेल या 12वीं फेल आईटीआई तो कर सकता है, लेकिन 10वीं के बाद  आईटीआई करने वाले युवा के लिए आगे के रास्ते लगभग बंद हो जाते हैं। 
 
हद से हद वह प्रशिक्षक का कोर्स कर सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार का प्रयास है कि 12वीं का ब्रिज कोर्स करके आईटीआई पास छात्र सामान्य रूप से 12वीं पास छात्रों की तरह आगे की पढ़ाई कर सके।
 
रूडी ने कहा कि मोदी सरकार ने पहली बार देश में कौशल की भाषा तय की है और इसके लिए अलग से एक मंत्रालय का गठन किया है। पारंपरिक शिक्षा में कौशल के समावेश में 15 से 20 साल का समय लग सकता है और तब तक कौशल को जगह दिलाने के लिए इस मंत्रालय की आवश्यकता थी।
 
उन्होंने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि देश में निर्माण कार्य से जुड़ी भारी मशीन चलाने के लिए लीमा (पेरू की राजधानी) से लोग वीजा लेकर आते हैं, लेकिन हम अब तक इसके लिए कुशल कामगार तैयार नहीं कर पाए। 
 
इस अवसर पर विभिन्न संगठनों द्वारा प्रशिक्षित ऐसे 500 युवाओं को उन्होंने ऑफर लेटर दिया जिन्हें विदेशों से नौकरी के प्रस्ताव मिले हैं। इसके अलावा उन्होंने कौशल विकास के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों, संगठनों तथा सरकारी निकायों को भी पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में श्रम राज्यमंत्री सुरेंद्र पाल सिंह भी मौजूद थे। (वार्ता) 

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