नई दिल्ली। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने पर कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शन की मीडिया कवरेज को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हिजबुल आतंकी को नायक के रूप में पेश किया जा रहा है।
बैठक से जुड़े सू़त्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यह बात जम्मू कश्मीर में वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उत्पन्न स्थिति पर बुलाई गई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कही।
बैठक में शीर्ष केंद्रीय मंत्री और अधिकारियों ने हिस्सा लिया और इसमें प्रधानमंत्री को वानी के मुठभेड़ में मारे जाने और इसके बाद विरोध प्रदर्शन और एक पुलिसकर्मी के डूबने की घटना की जानकारी दी गई।
सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि मोदी ने कश्मीर की स्थिति पर मीडिया कवरेज को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एक आतंकवादी आतंकी गतिविधियों में शामिल था और देश को तोड़ने के लिए काम कर रहा था और उसे नायक की तरह पेश किया गया जिससे उसके समर्थकों को उन्माद फैलाने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने वानी के खिलाफ दर्ज दर्जनों मामलों का जिक्र किया जिनमें से अधिकार गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत गंभीर प्रकृति के थे।
बैठक के दौरान जम्मू कश्मीर के लिए राजग सरकार द्वारा घोषित 80 हजार करोड़ रूपये के वित्तीय पैकेज और इसे लागू करने की समीक्षा की गई।
बैठक में विदेश सचिव एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री को वानी के मारे जाने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया की जानकारी दी, साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बयान, उनके विदेश कार्यालय के बयान और इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले को बुलाये जाने के बारे में भी बताया।
बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय अगले दो दिनों में कश्मीर घाटी की स्थिति को लेकर चिंतित है। 13 जुलाई को कश्मीर में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है और शुक्रवार को जुमे की नमाज है।
सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने अगले दो दिनों में पाकिस्तान समर्थित समूहों द्वारा हिंसा को उकसाने का प्रयास करने की खबर दी है। (भाषा)