श्रीनगर/जम्मू : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद को शुक्रवार को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया जिसके बाद उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले उन्होंने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर बीते दो महीने से चली आ रही सियासी अनिश्चितता खत्म हो गई।
श्रीनगर में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सईद ने राज्यपाल एन.एन. वोहरा को पत्र लिखकर राज्य में सरकार के गठन का दावा पेश किया। जम्मू में भाजपा नेताओं ने वोहरा से मुलाकात की और पीडीपी नीत सरकार के पक्ष में समर्थन चिट्ठी सौंपी।
श्रीनगर में पीडीपी के प्रवक्ता ने कहा, ‘मुफ्ती को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। शुक्रवार को पार्टी विधायक दल की बैठक हुई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता एबी रहमान वीरी ने इस बैठक की अध्यक्षता की।’ उन्होंने कहा कि सुबह दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सईद की मुलाकात के बाद यहां नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी की गई।
प्रवक्ता ने कहा, ‘गवर्नर को भेजे पत्र में मुफ्ती ने सूचित किया कि खंडित जनादेश की स्थिति में भाजपा के समर्थन के साथ पीडीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को पूरा बहुमत हासिल है तथा वह राज्य में स्थिर सरकार देने की स्थिति में है।’ उन्होंने कहा कि आगामी रविवार एक मार्च को सुबह 11 बजे जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।
पीडीपी के प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे और इसके बाद दोनों नेता साझा संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।’ जम्मू में राज्यपाल वोहरा से मिलने वाले भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव कवींद्र गुप्ता शामिल थे।
भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘समर्थन वाले पत्र में राज्यपाल से आग्रह किया गया है कि वह पीडीपी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद को भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।’
सईद ने मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि 1 मार्च यानी रविवार को नई सरकार शपथ लेगी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी शिरकत करेंगे।
भाजपा के लिए ये पहली बार है जब वो जम्मू-कश्मीर की सत्ता में भागीदार होने जा रही है। पीडीपी नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद दोपहर 11 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं, भाजपा नेता निर्मल सिंह जम्मू-कश्मीर के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मंत्रिपरिषद में दोनों पार्टियों की बराबर की साझेदारी होगी। नई सरकार में कुल 25 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इनमें पीडीपी के 13 और भाजपा के 12 मंत्री होंगे।
सरकार चलाने के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम भी शपथ ग्रहण के बाद दोपहर तीन बजे जारी होगा। साझा न्यूनतम कार्यक्रम में लगभग 40 एजेंडे शामिल हैं, जिनमें विकास सबसे ऊपर रहेगा। वहीं, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और एएफएसपीए जैसे विवादित मुद्दों पर चर्चा की बात कहकर फिलहाल टाला जाएगा।
87 सदस्यों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीडीपी के 28 और भाजपा के 25 विधायक हैं। (भाषा)