मोडासा (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वे गुजरात के अरावली जिले में भगवान बुद्ध का एक विशाल स्मारक बनाना चाहते हैं, जहां एक खुदाई के दौरान बौद्ध अवशेष पाए गए थे। अरावली में हुई हालिया खुदाई ने साबित किया है कि भारत के पश्चिमी भाग में भी बुद्ध की आराधना की जाती थी।
गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन मोदी ने मोडासा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अरावली में हुई हालिया खुदाई ने साबित किया है कि भारत के पश्चिमी भाग में भी बुद्ध की आराधना की जाती थी।
परंपरागत जनजातीय परिधान पहने हुए मोदी ने कहा, पहले आम धारणा थी कि भगवान बुद्ध देश के सिर्फ पूर्वी भाग में ही लोकप्रिय थे, लेकिन (अरावली में) शामलाजी मंदिर के पास देव नी मोरी में कुछ समय पहले हुई खुदाई ने साबित किया है कि भगवान बुद्ध का प्रभाव पश्चिमी भाग में भी था।
मोदी ने कहा, देव नी मोरी में भगवान बुद्ध का विशाल स्मारक बनाना मेरा सपना है, ताकि दुनियभर से लोग यहां आएं और इस जगह की सैर करें। मुझे यकीन है कि आपके आशीर्वाद से मैं अपना सपना पूरा कर सकूंगा। प्रधानमंत्री ने अपने गृह नगर वडनगर का जिक्र करते हुए कहा कि चीनी यात्री हवेन सांग ने अपनी डायरी में लिखा है कि वडनगर में एक मठ था, जिसमें सदियों पहले करीब 10,000 बौद्ध भिक्षु रहते थे।
मोदी जिले में 600 से ज्यादा गांवों और तीन कस्बों में पेयजल मुहैया कराने के लिए 552 करोड़ रुपए की एक योजना समर्पित करने के लिए आए थे। उन्होंने सुझाव दिया कि हालिया समय में राज्यभर में शुरू की गई ऐसी परियोजनाओं में पानी की लिफ्टिंग और पंपिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली नवीनतम प्रौद्योगिकी के बारे में गुजरात सरकार को इंजीनियरिंग कॉलेजों में एक अध्याय शामिल करना चाहिए। (भाषा)