बागपत। गन्ने के भुगतान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक से गुहार लगा चुके उत्तरप्रदेश के एक किसान की मार्मिक अपील ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए।
हुआ यूं कि चौधरी रामकुमार पवार ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें करीब 5 मीटर सफेद कपड़ा दिया। कपड़ा देने के बाद पवार ने कहा कि डीएम साहब यदि गन्ने के बकाया मूल्य का भुगतान नहीं करा सकते तो इसे कफन के रूप में मुझे ओढ़ा दो।
पवार के अनुसार उसने अपनी गुहार प्रधानमंत्री तक से लगा रखी है, लेकिन परिणाम शून्य है। किसान ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से उसका प्रार्थनापत्र मुख्यमंत्री कार्यालय आया। वहां से वह मेरठ के मंडलायुक्त के पास भेजा गया, जहां से वह जिलाधिकारी के पास आया।
जिलाधिकारी कार्यालय से उनका प्रार्थनापत्र जांच के वास्ते जिला गन्ना अधिकारी के पास भेजा गया, लेकिन परिणाम अभी तक शून्य रहा। गन्ने के बकाए मूल्य का भुगतान नहीं हो सका।
अपर जिलाधिकारी धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को यहां इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जिले में किसी किसान ने बकाए की वजह से आत्महत्या नहीं की है, लेकिन यह सही है कि पवार ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें सौंपे सफेद कपड़े से भुगतान नहीं हो पाने की दशा में इसे कफन के रूप में ओढ़ाने और भुगतान हो जाने की दशा में इसी को पगड़ी के रूप में पहनाने की बात की थी। उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ने के मूल्य का भुगतान कराया जा रहा है। जिला प्रशासन इसे लेकर गंभीर है। (वार्ता)