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बंगाल में दफ्तर नहीं खोलने देते थे, मुश्किल भरा रहा भाजपा का सफर: नरेंद्र मोदी

हमें फॉलो करें बंगाल में दफ्तर नहीं खोलने देते थे, मुश्किल भरा रहा भाजपा का सफर: नरेंद्र मोदी
, गुरुवार, 18 अगस्त 2016 (11:22 IST)
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली में नए मुख्‍यालय का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सबसे पहले साक्षी मलिक को कांस पदक जीतने पर बधाई दी और इसके बाद उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा बलिदान भाजपा ने दिए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के जन्म से लेकर अभी तक भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। एक समय था कि बंगाल में भाजपा का दफ्तर खोलना मुश्किल होता था। हमारे हजारों कार्यकताओं की हत्या कर दी गई। दफ्तर के लिए जगह नहीं देते थे। हमारी हमेशा गलत छवि प्रस्तुत की गई। उन्होंने कहा कि चार पीढ़ी के समर्पण और कार्यकर्ताओं बलिदान से प्रेरणा मिलती है।
 
मोदी के भाषण के मुख्य बिंदू:
* इस मौके पर मोदी ने कहा कि, 'हम लोग भीड़ में नहीं संगठन के लिए काम करने वाले लोग हैं। कोई भी लोकलुभावनी बात कर दो तो भीड़ मिल ही जाती है। लेकिन हर कठिनाई में टिकने की ताकत कंधे से कंधा मिलाकर काम करने से मिलती है।'
*हमारे नेतृत्व की विचारधारा बिलकुल साफ है, हम विपक्ष में बैठ सकते हैं लेकिन अपने आदर्शों से समझौता नहीं कर सकते। विपक्ष में पड़े रहेंगे तो पड़े रहेंगे लेकिन विचार के लिए जिएंगे, ये हमने कर के दिखाया।'
*भारतीय जनता पार्टी का यह एक मुख्‍यालय ही नहीं। यह राष्ट्र निर्माण के केंद्र है। राष्ट्र निर्माण हमारी प्रथमिकता है। नया दफ्तर राष्ट्र निर्माण के कार्य का हिस्सा है।
*उन्होंने कहा कि आज हमें अपने इतिहास को संजोने की जरूरत है। भाजपा के एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करना बड़ी चुनौती है।
*हमारी हमेशा गलत छवि प्रस्तुत की गई। विपक्ष में पड़े रहे लेकिन हमने विचार नहीं छोड़ा।
*बंगाल में भाजपा कार्यकताओं को सिर्फ इसलिए प्रताड़ित किया जाता था कि वे उस विचारधारा को नहीं मानते थे।
*हम विपक्ष में पड़े रहे लेकिन हमारे नेता कभी टूटे नहीं। जितनी जमानत हमारे पार्टी के नेताओं की हुई उतनी किसी अन्य पार्टी की नहीं हुई होगी।
* हमने वो दिन भी देखें है जब हम नगरपालिका में जीत का जश्न मनाते थे।

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