Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

पूर्व सैनिक की खुदकुशी पर वीके सिंह का विवादित बयान

हमें फॉलो करें पूर्व सैनिक की खुदकुशी पर वीके सिंह का विवादित बयान
नई दिल्ली , गुरुवार, 3 नवंबर 2016 (15:38 IST)
वन रैंक वन पेंशन (OROP) के मुद्दे पर जंतर-मंतर पर खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के मुद्दे पर हो रही राजनीति के बीच पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने राहुल गांधी को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की नसीहत दी है।
वन रैंक वन पेंशन को राजनीति से दूर रखने की अपील करते हुए वीके सिंह ने कहा, 'ग्रेवाल की आत्महत्या का कारण OROPको बताया जा रहा है। अभी यह नहीं पता कि उसकी मानसिक स्थिति कैसी थी। इसकी जांच की जरूरत है।'  वीके सिंह ने यह भी कहा कि रामकिशन ग्रेवल कांग्रेसी थे, पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ वीके सिंह ने कहा कि राम किशन एक कांग्रेस कार्यकर्ता थे। 
 
वन रैंक, वन पेंशन (ओआरओपी) के मुद्दे पर पत्रकारों से बात करते हुए विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि अब चार पैसे के लिए कोई कहे कि वो एक साल पहले देनी, एक साल बाद देनी थी उसके अंदर नहीं पड़ना है।'

उन्होंने कहा कि जो चालीस साल पुरानी मांग थी इस सरकार ने उस मांग को पूरा किया है। उनके अनुसार, 'उसमें कुछ त्रुटियां हैं जिसे रेड्डी कमीशन ठीक कर रहा है। उसके लिए ये सैनिक इंतजार नहीं कर रहे ये गलत है।'
 
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी और अरविन्द केजरीवाल वन रैंक व पेंशन योजना को लागू करने की बात कर रहे हैं जबकि सचाई यह है कि OROP लागू हो चुका है और पूर्व सैनिकों को एक किस्त मिल भी चुकी है। अगली किस्ती देने की तैयारी चल रही है। इसी बीच कम पेंशन मिलने की वजह से रामकिशन ने की आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक जांच से पता चला कि बैंक की गलती के चलते उनके खाते में पैसा कम आ रहा था।
 
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी जुटाने के बाद एक बयान में कहा है कि सितंबर 2004 में रिटायर हुए रामकिशन को छठे वेतन आयोग और वन रैंक वन पेंशन के अनुसार बढ़ी हुई पेंशन जारी की जा रही थी लेकिन उनके खाते में कम पैसा जमा हो रहा था। अधिकारियों के अनुसार भिवनी जिले में स्थित जिस बैंक में उनका खाता था उसके द्वारा गणना में की गई गलती के चलते ऐसा हुआ। अधिकारी ने बताया कि रामकिशन को 2-3 हजार रुपए ज्‍यादा पेंशन मिलनी चाहिए थी। अब इस मामले की जांच की जा रही है।   
 
वहीं, अब इस मुद्दे पर राजनीति तेज होती जा रही है। राहुल गांधी, केजरीवाल के आक्रामकम रुख के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। ममता ने कहा, 'यह बहुत दुखद है कि हमारे एक पूर्व जवान ने आत्महत्या कर ली। यह भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी और मनीष सिसोदिया को परिवार के सदस्यों से मिलने से रोका गया।'
 
इससे पहले राहुल गांधी पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के परिजनों ने मिलने आरएमएल अस्पताल पहुंचे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी से नोकझोंक हो गई। राहुल और पुलिस के बीच बहस का यह सिलसिला मंदिर मार्ग थाने में भी जारी रहा। राहुल को हिरासत में लिए जाने के बाद मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया था। राहुल पूर्व सैनिक के परिजनों को भी हिरासत में लिए जाने पर थाने के अंदर ही पुलिसवालों पर भड़क गए। हालांकि कुछ देर बाद राहुल को छोड़ दिया गया।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जैसलमेर में सरस्वती नदी पर काम शीघ्र आरंभ होगा