नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को 'लोकतंत्र बचाओ मार्च' के बाद शुक्रवार को यहां संसद मार्ग स्थित थाने में हिरासत में लिया गया। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यहां जंतर-मंतर पर आयोजित विशाल रैली को संबोधित करने के बाद सोनिया के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने संसद घेराव के लिए मार्च किया लेकिन उन्हें संसद मार्ग स्थित थाने में हिरासत में लेने के बाद रिहा कर दिया गया। सोनिया के साथ ही राहुल गांधी और डॉ. सिंह को भी रिहा कर दिया गया।
रैली समाप्त होने के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का हुजूम कांग्रेस नेतृत्व के पीछे कतारबद्ध होकर जंतर-मंतर से होते हुए संसद मार्ग की तरफ बढ़ा लेकिन इसी बीच बड़ी संख्या में कार्यकर्ता अनियंत्रित होकर कांग्रेस नेताओं के समीप आ गए जिसके कारण सुरक्षाकर्मियों को कांग्रेस नेताओं को धक्का-मुक्की से बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सोनिया जब गिरफ्तारी दे रही थीं, उस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी तथा उत्तरप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी सहित पार्टी के कई अन्य नेता थाने के बाहर लगी ग्रिल पर लटककर अंदर झांकने की कोशिश कर रहे थे। (वार्ता)