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नीतीश कुमार अहंकारी हैं-सुशील मोदी

हमें फॉलो करें नीतीश कुमार अहंकारी हैं-सुशील मोदी
पटना , सोमवार, 2 मार्च 2015 (18:03 IST)
पटना। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केन्द्र सरकार से राज्य को भरपूर सहयोग मिलने के बावजूद उसकी आलोचना कर अपनी अहंकारी और नकारात्मक राजनीति का परिचय दे रहे हैं।
 
मोदी ने यहां कहा कि कुमार भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद की अपनी सरकार के 22 महीने के कामकाज पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं। दरअसल, उनकी सरकार की ऐसी कोई उपलब्धियां हैं ही नहीं जिसे वे बता सके। उन्होंने कहा कि कुमार जानबूझकर केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं, ताकि वे अपनी नाकामी और विफलताओं को छुपा सकें। 
 
भाजपा नेता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने नौ महीने के अपने कार्यकाल में बिहार को भरपूर सहयोग दिया है लेकिन कुमार उसे ही कोस रहे हैं जो उनकी अहंकारी और नकारात्मक राजनीति को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि विकास पुरुष होने का दंभ भरने वाले कुमार को बताना चाहिए कि गांव-गांव, घर-घर बिजली पहुंचाने के उनके वायदे का क्या हुआ और महज पांच महीने में राज्य के 23 हजार गांवों में बिजली कैसे पहुंचेगी।
 
मोदी ने कहा कि कुमार यह भी बताएं कि 10 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने के बावजूद एक भी नया बिजली कारखाना बिहार में क्यों नहीं लगा पाए। चार बिजली घरों चैसा, कजरा, नवीनगर और पीरपैंती में से तीन का अब तक काम भी क्यों नहीं शुरू हो सका है और मात्र 125 मेगावॉट बिजली उत्पादन के कारण ही क्या बिहार को अपनी जरूरतों के लिए केन्द्रीय प्रक्षेत्र पर निर्भर रहना नहीं पड़ रहा है। 
 
भाजपा नेता ने कहा कि कुमार में अगर नैतिक साहस है तो भाजपा से अलग होने के बाद के 22 महीनों की अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जनता को बताएं।   उन्होंने कहा कि कुमार यह भी बताएं कि धान की खरीद में सरकार विफल क्यों साबित हो रही है और धान की खरीद शुरू हुए तीन महीने गुजर गए लेकिन तय लक्ष्य 30 लाख मे. टन की जगह अब तक मात्र साढ़े आठ लाख मे. टन की ही खरीद क्यों हो पाई है। 
 
मोदी ने कहा कि कुमार को बताना चाहिए कि पिछले साल भी कुमार के मुख्यमंत्री रहते तय लक्ष्य 30 लाख मे. टन की जगह मात्र 13 लाख मे. टन की ही खरीद क्यों हो पाई और पिछले साल रबी मौसम में एक छटांक भी गेहूं की खरीद क्यों नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि कुमार बताएं कि भाजपा का साथ छूटते ही सुशासन की हवा क्यों निकल गई और लालू प्रसाद यादव से हाथ मिलाते ही पूरे प्रदेश  में जंगल राज-2 की स्थिति क्यों पैदा हो गई। 
 
भाजपा नेता ने कहा कि कुमार को बताना चाहिए कि हत्या, बलात्कार, बैंक लूट, रेल व सड़क लूट तथा डकैती आदि की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि क्यों हो गई और बिल में दुबके अपराधी फिर बाहर क्यों निकल आए। स्पीडी ट्रायल पिछले दो सालों से क्यों ठप कर दी गई और आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी क्यों रूक गई। उन्होंने कहा कि कुमार बताएं कि भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति का क्या हुआ। 
 
मोदी ने कहा कि कुमार को इसका भी जवाब देना चाहिए कि दवा घोटाले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच क्यों नहीं कराई गई और घोटालेबाजों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हें बचाने की कोशिश क्यों की जाती रही है।  
 
उन्होंने कहा कि कुमार को मालूम होना चाहिए कि अपनी नाकामियों और गलतियों के लिए जनता से माफी मांगने और सरकार की विफलताओं पर चुप्पी साधने से अब काम नहीं चलने वाला। जनता अपनी बदहाली और बिहार की बर्बादी का हिसाब मांग रही है और अगले विधानसभा चुनाव में कुमार को हिसाब देना ही होगा। (वार्ता)

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