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उधमपुर हमले पर खुफिया जानकारी नहीं थी : BSF

हमें फॉलो करें उधमपुर हमले पर खुफिया जानकारी नहीं थी : BSF
नई दिल्ली , गुरुवार, 6 अगस्त 2015 (18:54 IST)
नई दिल्ली। सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में बुधवार को बीएसएफ के एक काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बारे में उसे कोई सटीक खुफिया जानकारी नहीं थी।
हमले के बाद घटनास्थल का दौरा करने वाले बीएसएफ प्रमुख देवेंद्र के. पाठक ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग इलाका तुलनात्मक रूप से सुरक्षित है तथा यहां पिछले दो दशक में इस तरह के हमले नहीं हुए थे।
 
उन्होंने कहा कि बीएसफ के जवानों को ले जा रही बस में हथियार लिए सुरक्षाकर्मी रॉकी (25) ने बड़ी बहादुरी से जवाबी गोलीबारी की और आतंकवादियों को बस में घुसने से रोका तथा दूसरे जवानों की जान बचाई। बस में सवार अन्य जवानों के पास हथियार नहीं थे।
 
बीएसएफ के महानिदेशक ने कहा कि (हमले के बारे में संकेत की) कोई सटीक खुफिया जानकारी नहीं थी। इस इलाके में करीब 20 वर्षों से कोई घटना नहीं हुई थी लेकिन इसका यह मतलब नहीं होता कि भविष्य में कुछ नहीं होगा। परंतु तुलनात्मक रूप से इस इलाके को सुरक्षित माना जाता है और हमने प्रभावी जवाबी कार्रवाई की। 
 
उन्होंने आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले रॉकी की वीरता की सराहना की। रॉकी ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने 44 निहत्थे बीएसएफ साथियों की जान बचाई।
 
पाठक ने कहा कि अचानक हथियार लिए हुए एक आतंकवादी सड़क के बीच आ गया और बस पर गोलीबारी करने लगा तथा बस को रोकने का संकेत देने लगा। ड्राइवर को सबसे पहले गोली लगी और बस नीचे की ओर जाने लगी। इसी दौरान आतंकवाद बस की ओर आ गया और टायर में गोली मार दी। इसके बाद आतंकवादी बस में घुसने और बस का दरवाजा खोलने का प्रयास करने लगा। 
 
सिंह ने कहा कि पकड़े गए आतंकवादी को जम्मू लाया गया है जहां संबंधित अधिकारियों द्वारा उससे पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए आतंकवादी ने अपना नाम मोहम्मद नावेद उर्फ उस्मान, निवासी फैसलाबाद, पाकिस्तान तथा अपने मारे गए साथी का नाम मोहम्मद नोमेन उर्फ नोमीन, निवासी बहावलपुर, पाकिस्तान बताया है। 
 
उन्होंने कहा हमें पूरा विश्वास है कि पकड़े गए आतंकवादी की जांच से उनके काम करने के तरीके, सीमा पार से घुसपैठ और उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार पूर्ण संकल्प के साथ अपने देश वासियों एवं सुरक्षा बलों की सुरक्षा के लिए आतंकवाद से सख्ती से निपटने हेतु प्रतिबद्ध है। 
 
गृहमंत्री के बयान से पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ऊधमपुर में बुधवार को जो आतंकवादी हमला हुआ उससे पूरा देश एवं पूरा सदन चिंतित है।
 
गृहमंत्री ने कहा कि इस संबंध में चेनानी पुलिस थाने में शस्त्र कानून, गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून तथा अन्य कानूनों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है। आतंकवादियों के पास से दो एके 47 रायफल, मैगजीन, ग्रेनेड और गोलाबारूद आदि बरामद किए गए हैं।
 
सिंह ने कहा हम इस हमले एवं जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल को सीमा पार के आतंकवादियों द्वारा लगातार अस्थिर करने की कोशिशों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा ‘‘संसद की ओर से शहीद हुए बीएसएफ के जवानों के परिवारों के प्रति मैं हृदय से शोक व्यक्त करता हूं एवं निर्थक हिंसा में घायल जवानों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। 
 
सिंह ने कहा कि बीएसएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने क्षति को कम करने तथा हमले को विफल करने में अदम्य साहस का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि जवानों के इस साहसी कदम के लिए शहीद हुए जवानों के परिजनों को अनुग्रह राशि एवं नौकरी देने के अतिरिक्त सरकार तत्काल सभी को वीरता पुरस्कार देने के लिए भी विचार करेगी। 
 
गृहमंत्री ने कहा हम विशेष रूप से उन निहत्थे ग्रामीणों के अदम्य साहस की प्रशंसा करते हैं जिन्होंने अपनी जान को जोखिम में डाल कर पूरी तरह हथियारों से लैस आतंकवादियों को बिना अपनी सुरक्षा की परवाह किए धर दबोचा। इस संबंध में उन ग्रामीणों को उनके इस साहसी कार्य की पहचान एवं पुरस्कृत करने के लिए राज्य सरकार से हम अनुरोध करेंगे। (भाषा)

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