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कांग्रेस की खोई प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए प्रियंका बनीं आखिरी उम्मीद

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लखनऊ , रविवार, 3 जुलाई 2016 (21:56 IST)
लखनऊ। कांग्रेस को उत्तरप्रदेश में अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस हासिल करने की आखिरी उम्मीद प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव प्रचार अभियान के चमत्कार पर टिकी है। पार्टी के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) वर्ष 2017 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को खोया गौरव वापस दिलाने के काम कर रहे हैं। पीके ने भी पुराने लोगो की तरह अब जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का तरीका ढूंढा है। 
चुनाव नकदीक आ रहे हैं लेकिन पार्टी में अभी भी राज्य में नेतृत्व को लेकर असमंजस की स्थिति है। चुनाव रणनीतिकार पीके और उसकी टीम उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की रणनीति तय करने के लिए गांधी परिवार के गढ़ अमेठी और रायबरेली के 2 दिवसीय दौरे पर हैं लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओ में उदासी छंट नहीं रही है। 
 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने रविवार को कहा कि जब स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने के सक्षम है तो पीके और उनकी टीम की क्या जरूरत है।
 
पीके की टीम केवल पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से फोन पर संपर्क कर उनके साथ बैठकें कर रही है। ऐसा पहली बार नहीं किया जा रहा है बल्कि ये सब पहले भी किया जाता रहा है। राजनीतिक दलों के लिए यह कोई नहीं बात नहीं है। 
 
उन्होंने कहा कि चुनाव रणनीतिकारों की टीम के चुनाव में शामिल होने से केवल पार्टी में इसकी तैयारियों में देरी हो रही है। अन्य दलों ने अपने प्रत्याशी तक घोषित कर दिए हैं।
 
वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव प्रचार में पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) से पिछड़ गई है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) द्वारा चलाई गई योजनाओं जैसे सूचना का अधिकार, भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और मनरेगा जैसी योजनाओं का प्रचार लोगों तक नहीं पहुच पाया है।
 
उन्होंने कहा कि संप्रग द्वारा चलाई गई योजनाओं का प्रचार उत्तरप्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाना चाहिए था। ऐसा अभी तक नहीं किया गया। संप्रग ने तमाम योजनाएं चलाई जिसका लाभ जनता को मिल रहा है लेकिन पार्टी द्वारा किए जनहित कार्यो का प्रचार नहीं हो पाया है जिससे कांग्रेस प्रचार में पिछड़ रही है। 
 
एक रिपोर्ट के अनुसार पीके ने सुझाव दिया है कि प्रियंका गांधी कुछ चुने हुए जिलों के अलावा अमेठी और रायबरेली में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार करें। रिपोर्ट में कहा है कि प्रियंका गांधी विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटों पर चुनाव प्रचार करें जहां से कांग्रेस प्रत्याशी जीत सके।
 
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और उत्तरप्रदेश कांग्रेस ने देश में सूखे की हालात को देखते हुए इफ्तार पार्टियां स्थगित कर दी थी लेकिन पार्टी के अल्पसंख्यक सेल ने 5 सितारा होटल में आयोजन कर सभी को चौंका दिया। उत्तरप्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने सफाई देते हुए कहा कि पार्टी हाईकमान ने गरीब मुसलमानों के लिए एक प्रोग्राम आयोजन करने के लिए कहा था।
 
पार्टी के वरिष्ठ नेता और मीडिया कमेटी के अध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी ने रविवार को यहां बताया कि चुनाव की सभी तैयारियां चल रही हैं। आने वाले एक महीने के भीतर सभी चीजे सामने आ जाएगी। पीके की टीम लगातार काम कर रही है और शीघ्र ही इसके परिणाम नजर आएगे। (वार्ता) 

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