प्रियंका करें पति के 'बिजनेस मॉडल' का खुलासा
लखनऊ , शुक्रवार, 25 अप्रैल 2014 (18:07 IST)
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी से उनके पति रॉबर्ट बाड्रा के 'बिजनेस मॉडल' का खुलासा करने की चुनौती दी है।प्रसाद ने शुक्रवार को यहां बातचीत में कहा कि कांग्रेस के नेता गुजरात के विकास मॉडल पर सवाल करते हैं। मेरा प्रियंका गांधी से सवाल है कि जब देश मंदी के दौर से गुजर रहा था, तब उनके पति का 'बिजनेस मॉडल' कैसे चमक रहा था।उन्होंने कहा कि प्रियंका को बताना चाहिए कि कैसे कोई व्यक्ति लाख-दो लाख रुपए लगाकर 3 साल में 300 करोड़ रुपए बना लेता है?यह पूछे जाने पर कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर क्या राबर्ट बाड्रा के मामले में जांच कराई जाएगी? रविशंकर ने कहा कि हमारे पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि राजनीतिक बदले और दुर्भावना से कोई काम नहीं होगा, पर कानून अपना काम करेगा।भाजपा प्रवक्ता ने राजनीति में प्रियंका की बढ़ती सक्रियता पर कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने मान लिया है कि उनके भाई (राहुल) प्रभावी नहीं हो पाए।उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी जहां एक ओर महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और असुरक्षा हटाने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर सोनिया, राहुल, प्रियंका, मुलायम, मायावती, नीतीश कुमार और लालू यादव 'मोदी को रोको', 'मोदी को हटाओ' की बात कर रहे हैं।रविशंकर ने कहा कि सोनिया और राहुल को बताना चाहिए कि महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी क्यों बढ़ी? प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इस टिप्पणी पर कि 'मोदी लहर मीडिया की उपज है', प्रसाद ने कहा कि मोदी के नामांकन में उमड़ी काशी की जनता की भीड़ ने इसका जवाब दे दिया है।कांग्रेस और बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर चुनाव प्रचार में भारी धनराशि खर्च करने पर उठाए जा रहे सवाल पर उन्होंने कहा कि जो हार से हताश हैं, वही यह आरोप लगा रहे हैं।बसपा मुखिया मायावती द्वारा मोदी के नामांकन में उमड़ी भीड़ को बाहर से लाए गए होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह आरोप काशी की जनता का अपमान है।नामांकन से पहले वाराणसी में हुए मोदी के रोड शो को न्यूज चैनलों पर मतदान वाले क्षेत्रों में भी दिखाए जाने पर बसपा मुखिया की आपत्ति पर उन्होंने कहा कि इसे कैसे रोक सकता है? जब कहीं नामांकन हो रहा है और कहीं मतदान हो रहा है। हो सकता है कि जब देश के कुछ हिस्सों में मतदान चल रहा था, मायावती भी कहीं जनसभा कर रही हों। (भाषा)