मोदी का बयान 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' जैसा-मायावती
लखनऊ , मंगलवार, 22 अप्रैल 2014 (16:04 IST)
लखनऊ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने नरेन्द्र मोदी के इस बयान को ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ को चरितार्थ करने वाला बताया है कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने पर संसद भी अपराधियों से मुक्त हो जाएगी।मायावती ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश की जनता को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की आए दिन की जाने वाली गलतबयानी से सावधान रहना चाहिए। मोदी ने कल हरदोई में एक जनसभा में कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने पर ‘संसद भी अपराधियों से मुक्त’ हो जाएगी, जबकि उनका यह बयान ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ के समान है।बसपा सुप्रीमों ने कहा कि सच्चाई यह है कि खुद मोदी की ही पार्टी में दागी, बागी, भ्रष्ट तथा आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों की भरमार है, जिसे लेकर भाजपा में ही रोष व्याप्त है। ऐसे में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को ऐसा बचकाना बयान देने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए था।मायावती ने कहा कि उसी जनसभा में मोदी ने कहा था कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार ने बसपा की नेता को ताज कारीडोर और आय से अधिक सम्पत्ति के प्रकरण की आड़ में अपनी सरकार बचाने के लिए पांच साल तक अपने पीछे लगाकर रखा था। दरअसल सच्चाई यह है कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार ने ही मुझे इन दोनों फर्जी मामलों में सीबीआई का दुरुपयोग करके फंसाया था। बाद में उच्चतम न्यायालय से हमें न्याय मिला।बसपा अध्यक्ष ने दोहराया कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का मैनपुरी के साथ-साथ मोदी की उम्मीदवारी वाले क्षेत्र वाराणसी से नजदीक आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है ताकि पूर्वाचल की चुनावी लड़ाई को ‘हिन्दू मुस्लिम रंग’ दिया जा सके, जो प्रदेश में लोकतंत्र के लिये बिल्कुल भी ठीक नहीं है।उन्होंने कहा कि वह मुख्य चुनाव आयुक्त से कहना चाहती हैं कि वह सपा और भाजपा की अंदरूनी साजिशों और रणनीतियों पर भी पैनी नजर रखें।मायावती ने कहा कि भाजपा के ज्यादातर नेता इन दिनों भड़काउ भाषण देने में मशगूल हैं और पार्टी के शीर्ष नेताओं का उन पर काबू नहीं पाना यह जाहिर करता है कि सब उनकी मिलीभगत से ही हो रहा है। आयोग को इस पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। (भाषा)