जंगीपुर। अपने पिता प्रणब मुखर्जी की खाली सीट पर 2012 में हुए उपचुनाव में बड़ी मुश्किल से जीत हासिल करने वाले अभिजीत मुखर्जी का यहां इस बार कड़ा इम्तिहान है। राष्ट्रपति के बेटे के खिलाफ अल्पसंख्यक बहुल बीड़ी के लिए चर्चित इस शहर में अन्य के साथ ही छह मुस्लिम प्रतिद्वंद्वी मुकाबले में हैं।
इस सीट पर 24 अप्रैल को होने वाले चुनाव में बहुकोणीय मुकाबले की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा सांसद को वाम मोर्चा उम्मीदवार मुजफ्फर हुसैन, तृणमूल कांग्रेस के हाजी नुरूल और भाजपा के सम्राट घोष से कड़ी चुनौती मिल रही है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि छोटे दलों में जमात समर्थित अल्पसंख्यक समर्थक वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया उम्मीदवार मोनीरूल इस्लाम, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के मो. शहाबुद्दीन और सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर के अब्दुस सईद हैं जो मुस्लिम वोट काटने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसमें से कुछ दलों ने 2012 के उपचुनाव में 3-5 प्रतिशत वोट हासिल किया था।
2012 में राष्ट्रपति बनने के लिए पिता द्वारा सीट खाली करने के बाद अभिजीत चुनाव में हुसैन के खिलाफ 2,536 वोट के अंतर से जीते थे। अभिजीत ने कहा कि चाहे तीन कोणीय हो या चार कोणीय मुकाबला मैं जीतूंगा, अंतर भले ही कुछ हो। (भाषा)