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'सच का सामना' को बंद करने की माँग

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नई दिल्ली (भाषा) , बुधवार, 22 जुलाई 2009 (17:19 IST)
सच का सामना रियलिटी शो में परिवार के सदस्यों के सामने प्रतिभागी से अश्लील सवाल पूछने का मामला आज राज्यसभा में उठा और सभी सदस्यों ने एक स्वर में ऐसे कार्यक्रम को तत्काल बंद करने की माँग की।

सदस्यों ने सच का सामना जैसे रियलिटी शो और सास भी कभी बहू थी और बालिका वधू जैसे धारावाहिकों को भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात बताते हुए इस मुद्दे पर सदन में व्यापक चर्चा कराने की माँग की, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया।

सपा के कमाल अख्तर ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि टीवी चैनलों पर आजकल ऐसे रियलिटी शो आ रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति पर हमला करते हैं।

उन्होंने इस कड़ी में सच का सामना रियलिटी शो का जिक्र करते हुए कहा कि परिवार के सदस्यों के सामने प्रतियोगी को पैसे दिखाने के बाद अश्लील सवाल किए जाते हैं।

अख्तर ने मिसाल दी कि इसी रियलिटी शो में एक महिला प्रतियोगी से उसके पति और बच्चों के सामने सवाल किया गया कि क्या वे पति के अलावा किसी और पुरुष से संबंध बनाना चाहती हैं। महिला ने जब जवाब ना में दिया तो संचालक ने कहा कि उनका जवाब गलत है।

उसके बाद महिला के पॉलीग्राफिक टेस्ट की रिपोर्ट पेश की गई जिसके आधार पर महिला के जवाब को गलत साबित किया गया।

सपा सांसद ने सवाल किया ऐसी महिला की पति बच्चों और समाज के सामने क्या स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सास और बहू में झगड़े को प्रोत्साहित करने वाले तौर-तरीके बताने वाले सास भी कभी बहू थी और सास-बहू जैसे भारतीय संस्कृति को धूमिल करने वाले धारावाहिक बंद होना चाहिए।

पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर अख्तर की बात का लगभग सभी सदस्यों ने समर्थन किया और इस विषय पर विस्तार से चर्चा कराने की माँग की।

भाजपा के एसएस अहलूवालिया ने शिकायती लहजे में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों और सीरियलों पर कोई नियंत्रण नहीं है और कोई नियंत्रण प्राधिकार नहीं है। यह सभ्य समाज को समाप्त करने की कोशिश है।

उपसभापति के रहमान खान ने कहा पूरा सदन इस बात से इत्तेफाक रखता है कि ऐसे रियलिटी शो और सीरियलों पर रोक लगे। मुझे इस संबंध में नोटिस भी आए हैं। यह काफी गंभीर मामला है। मैं चाहता हूँ कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले।

सदन में मौजूद प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि सरकार कार्रवाई और सदन में इस मसले पर चर्चा कराने के लिए तैयार है।

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