Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

योग और आयुर्वेद की भूमिका पर विचार गोष्ठी

हमें फॉलो करें योग और आयुर्वेद की भूमिका पर विचार गोष्ठी
बोस्टन। विभिन्न संगठनों की ओर से इंडो-अमेरिकन हैल्थ इनीशिएटिव द्वारा यहां गॉर्डन हॉल ऑफ हॉवर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में एकीकृत औषधि और इसमें योग तथा आयुर्वेद की भूमिका पर एक दिवसीय विचार गोष्ठी आयोजित की गई। एकीकृत औषधि की भावी वृद्धि, चुनौतियां और वर्तमान स्थिति पर विचार करने के लिए शोध के क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इसमें भाग लिया। 
इस गोष्ठी के सह-समन्वयक और ग्लोबल इंडियन बिजनेस काउंसिल के उपाध्यक्ष डॉ. कंचन बनर्जी ने उद्‍घाटन सत्र की अध्यक्षता की। अपने स्वागत भाषण में डॉ. दर्शन एच. मेहता ने औषधि के क्षेत्र में योग और आयुर्वेद के बढ़ते उपयोग पर सुखद आश्चर्य जाहिर किया। मेहता, हॉवर्ड मेडिकल स्कूल के बेन्सन-हेनरी इंस्टीट्‍यूट फॉर माइंड बॉडी मेडिसिन में मेडिकल डायरेक्टर हैं। इस विचार गोष्ठी में भारत सरकार के आयुष राज्यमंत्री श्रीपद यसो नाइक को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके और उन्होंने अपना वीडियो संदेश भेजा।
 
विचार गोष्ठी में भाषण देने वालों में डॉ. एचआर नागेन्द्र, डॉ. ग्रेग फ्रक्शियन के अलावा डॉ. मोनिका भारेल भी थीं जिन्होंने समग्र स्वास्थ्य रक्षा उपलब्ध कराने के लिए आयुर्वेद और योग की मदद पर जोर दिया। आयोजन के दौरान योग और आयुर्वेद में बुनियादी शोध की समीक्षा की गई जिसकी अध्यक्षता डॉ. दिनेश पटेल ने की। बहुत सारे वक्ताओं ने विभिन्न संबंधित विषयों पर अपने विचार रखे।   
webdunia
इन वक्ताओं में डॉ. मंजुनाथ एसके, डॉ. सारा लेजर, डॉ. रिचर्ड फ्लेचर, डॉ. रॉबर्ट सैपर और डॉ. एरियान वोरा जैसे विशेषज्ञ शामिल थे। अगले सत्र में डॉ. डेविड मिसकोलन की अध्यक्षता में अन्य विशेषज्ञों जैसे डॉ. लिजा कॉनबॉय, डॉ. जॉन डेनिंगर और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा शाह थीं। चिकित्सा क्षेत्र में आयुर्वेद और योग की उपयोगिता पर डॉ. बिंदिया ठक्कर, डॉ. शर्मिला मुद्गल और पराग मेहता ने भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया।
 
अंत में, आयोजन के सह-समन्वयक प्रमीत माकोड़े ने आगुंतक मेहमानों के प्रति आभार प्रकट किया और आयोजन में भाग लेने वाले विशेषज्ञों, प्रतिभागियों ने माना कि यह आयोजन रोगियों का इलाज करने के लिए वैश्विक अन्वेषण का प्रयास है और इलाज की एकीकृत पहल के लिए भारत और अमेरिका के विशेषज्ञों को मिलकर प्रयास करने होंगे। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हर औरत कुछ अलग चाहती है