बेंगलुरु। इस बार चौदहवां प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन बेंगलुरु में 9 जनवरी को शुरू हुआ जिसका जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत भाषण के साथ हुआ। इसमें दुनियाभर से हजारों की संख्या में प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया।
प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा कुछ प्रवासी भारतीयों को सम्मानित करने के बाद समापन भाषण के साथ 14वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन समाप्त हो गया। प्रवासी भारतीय दिवस पर तीस प्रवासियों को सम्मानित किया गया जिनमें पुर्तगाल के प्रधानमंत्री अंतोनियो लुइस सांतोस डा कोस्टा और भारतीय अमेरिकी राजनयिक निशा देसाई बिसवाल भी शामिल थीं।
विदित हो कि वे अमेरिका में 11 दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों की सहायक विदेश मंत्री हैं जिन्हें राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नियुक्त किया था। इस मौके पर जिन लोगों को सम्मानित किया गया, उनमें छह अमेरिका से, दो-दो ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात और दुनिया के अन्य 27 देशों में से एक-एक प्रतिनिधि था।
इस अवसर पर पांच अन्य भारतीय अमेरिकियों को भी सम्मानित किया गया है, उनमें बिस्वाल के अलावा पर्यावरण इंजीनियरिंग के लिए हरिबाबू बिंदल, भारत हरिदास बराई, महेश मेहता और रमेश शाह को सामुदायिक सेवा तथा सम्पतकुमार शारंगी सामुदायिक नेतृत्व के लिए शामिल हैं। इस मौके पर ब्रिटेन से प्रीति पटेल और नीना गिल को भी सम्मानित किया गया।
9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से नस्ल विरोधी आंदोलन द्वारा ख्याति प्राप्त करने के बाद पहली बार भारत आए थे। महात्मा गांधी के भारत आगमन के दिन को यादगार बनाने के लिए भारत सरकार ने 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस घोषित किया।
वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी के भारत आगमन के सौ साल पूरे होने के अवसर पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन गांधी नगर में किया गया तथा यह निर्णय लिया गया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन प्रतिवर्ष के स्थान पर प्रत्येक दो वर्ष के अंतराल पर किया जाएगा, ताकि सम्मेलन को और ज्यादा प्रभावी बनाया जा सके।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को प्रवासी भारतीय पुरस्कार वितरित किए और समापन भाषण दिया। पूर्ण अधिवेशन के दौरान विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर, केंद्रीय मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री एचएन अनंत कुमार तथा नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कंठ ने भी संबोधित किया। विदित हो कि इस कार्यक्रम में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी भाग लिया।