मेरा लाड़ला देश का सबसे योग्य कुँवारा
नई दिल्ली (वार्ता) , सोमवार, 11 अगस्त 2008 (23:42 IST)
बीजिंग ओलिम्पिक में स्वर्ण जीतकर पूरे देश को झूमा देने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की माँ जहाँ अपने बेटे की अभूतपूर्व उपलब्धि पर गर्व से फूली नहीं समा रही हैं, वहीं उनका कहना है कि इस स्वर्णिम उपलब्धि के बाद उनका बेटा देश का सबसे योग्य कुँवारा बन गया है।
अभिनव ने दस मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत को व्यक्तिगत स्पर्धा का पहला स्वर्ण क्या जिताया मानो पूरे देश में भावनाओं का ज्वार उमड पड़ा। एक अरब आबादी वाले इस देश की जनता को 28 वर्षों के बाद इस तरह झूमने का मौका मिला। चंडीगढ़ स्थित आवास पर अभिनव की माँ बबली ने पति एएस बिंद्रा का मुँह मीठा करवाकर जीत की खुशी मनाई। अभिनव के पिता ने इस स्वर्ण का पदक का श्रेय बेटे की मेहनत को देते हुए कहा कि मैं उसकी इस कामयाबी पर उसे 200 करोड़ रुपए का होटल भेंट करूँगा। अभिनव के परिजनों ने भी अपने सपूत की इस उपलब्धि पर जमकर पार्टी की1 अभिनव की माँ बबली बिंद्रा अपने बेटे की इस स्वर्णिम उपलब्धि पर फूली नहीं समा रही हैं। उन्होंने कहा कि अभी मुझे मेरे बेटे के लिए बहुत काम करना है। वह देश का सबसे योग्य कुँवारा बन गया है। अभिनव की माँ की बात में दम भी नजर आ रहा है क्योंकि गोरे चिट्टे इस गबरू जवान पर अब लड़कियों का दिल आने में ज्यादा समय भी नहीं लगने वाला है। ऐसे में उनकी मां अपने बेटे की तरह योग्य बहू चुनने के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहती हैं। अभी पूरी महफिल की शान तो अभिनव ही हैं।अभी तक भारतीय वनडे और ट्वेंटी-20 क्रिकेट कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी, युवराजसिंह और हरभजनसिंह को देश का योग्य कुँवारा कहा जाता था और लडकियाँ उनके पीछे भागी जाती थी, लेकिन अभिनव की इस उपलब्धि ने उन्हें भी इन योग्य कुँवारों की कतार में खड़ा किया है लेकिन थोड़ा हटके। बेहद सुंदर, सुशील और योग्य वर के तौर पर।बिंद्रा पर इनामों की बरसातस्वर्णिम उपलब्धियों से भरा है सफरबिंद्रा बाकी खिलाड़ी प्रेरणा लेंगे-सोनिया15 साल की उम्र से बिंद्रा ने की शुरुआतबिंद्रा का पदक मेरे पदक से बेहतर- भास्करन