देवशयनी एकादशी पर करें किन चीजों का करें त्याग, जानिए
आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी का व्रत सभी को करना चाहिए। इस व्रत की कथा पढ़ने और सुनने से मनुष्य के समस्त पाप नाश को प्राप्त हो जाते हैं तथा इस दिन निम्न चीजों का त्याग करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यह व्रत परलोक में मुक्ति को देने वाला माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु का ध्यान धरकर इन चीजों का त्याग करने की बातें हमारे शास्त्रों में कहीं गई है।
आइए जानते हैं वे 9 बातें जिनसे दूर रहना चाहिए...
* प्रभु शयन के दिनों में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य जहां तक हो सके न करें।
* मधुर स्वर के लिए गुड़ का त्याग ।
* दीर्घायु अथवा पुत्र-पौत्रादि की प्राप्ति के लिए तेल का।
* शत्रुनाशादि के लिए कड़वे तेल का।
* सौभाग्य के लिए मीठे तेल का।
* स्वर्ग प्राप्ति के लिए पुष्पादि भोगों का।
* पलंग पर सोना, भार्या का संग करना, झूठ बोलना आदि का त्याग करना चाहिए।
मांस, शहद और दूसरे का दिया दही-भात आदि का भोजन करना, मूली, पटोल एवं बैंगन आदि का भी त्याग कर देना चाहिए।
किसी भी तरह की शारीरिक, मानसिक, वाचिक और भावनात्मक हिंसा से परहेज करें।