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किडनी रोग शिविर के जरिये जागेगी जागरुकता

हमें फॉलो करें किडनी रोग शिविर के जरिये जागेगी जागरुकता
इंदौर , मंगलवार, 28 मई 2013 (20:57 IST)
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इंदौर। सिनर्जी अस्पताल में आयोजित नि:शुल्क किडनी रोग शिविर में सुपर स्पे‍शलिस्ट डॉ. संदीप सक्सेना और डॉ. विशेष अग्रवाल ने बड़ी संख्या में आए रोगियों और उनके परिजनों को किडनी से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां दी, जिससे उनकी कई भ्रांतियां दूर हुई।

दिल्ली के एम्स के अपनी सेवाएं देने के अलावा टोरंटो में फैलोशिप प्राप्त कर चुके डॉ. सक्सेना ने कहा कि किडनी की समस्या तेजी से फैलती जा रही है, जो चिंता का विषय है लेकिन सही समय पर सही उपचार के जरिये काफी हद तक मरीज को सामान्य जीवनयापन का रास्ता दिखाया जा सकता है।

किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. विशेष अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि किडनी रोगी के लिए डायलिसिस एक महंगी प्रक्रिया है और मध्यप्रदेश सरकार को चाहिए कि वह दिल्ली की तर्ज पर प्रदेश के महानगरों के अस्पतालों में और अधिक डायलिसिस मशीनें लगाकर गरीब रोगियों का मुफ्त इलाज करे। दिल्ली में शीला सरकार 6 बड़े अस्पतालों में 120 डाइलिसिस मशीनें लगाने जा रही है, जहां गरीब लोगों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मिलेगी।

डॉ. अग्रवाल ने यह भी कहा कि मधुमेह की पहली स्टेज पर ही रोगी का उपचार शुरू हो जाए तो काफी हद तक किडनी को ज्यादा नष्ट होने से बचाया जा सकता है। यही नहीं, किडनी पेशेंट की डाइट को नियंत्रित रखना भी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह एक भ्रांति है कि दैनिक दिनचर्या या खानपान की वहज से किडनी खराब होती है।

उन्होंने कहा कि किडनी का काम केवल एक छलनी की तरह होता है। स्वस्थ किडनी ब्लड को शुद्ध रखती है और शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ और नमक को बाहर निकालती है। साथ ही शरीर के विषैले तत्वों को भी बाहर करने में मदद करती है। जब किडनी अपना काम करना कम या बंद कर देती है तब डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है।

डॉ. अग्रवाल का कहना था कि आम आदमी को चाहिए कि वह अपने शरीर के भीतर हो रहे परिवर्तन पर नजर रखे। 40 से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को ‍चाहिए कि वे साल में कम से कम एक बार मेडिकल चैकअप करवाए ताकि उन्हें पता हो कि उसके शरीर का कौनसा अंग बिमारी से घिर गया है। दैनिक जीवन में हर व्यक्ति को कम से कम ढाई लीटर पानी पीना चाहिए।

सिनर्जी अस्पताल में डायलिसिस विभाग डॉ. सक्सेना और डॉ. अग्रवाल की देखरेख में ही संचालित हो रहा है और यहां पर मुकेश बोछानी, जीतेन्द्र मकवाने, मयूर तनपुरे, शिव मौर्य, जर्लिन मैथ्यू, शर्ली, सपना सी. कूरियन की तकनीकी टीम मरीजों को डायलिसिस के जरिये आराम पहुंचाने के कार्य में जुटी हुई है। (वेबदुनिया न्यूज)

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