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दादरी कांड : बिसाहड़ा में पुलिस कार्रवाई से लोग परेशान

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दादरी , मंगलवार, 6 अक्टूबर 2015 (16:22 IST)
दादरी। उत्तर प्रदेश में बिसाहड़ा गांव के लोगों ने मंगलवार को आरोप लगाया कि हाल ही में गोमांस पकाने की अफवाह के कारण हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामले में निर्दोष लोगों को पकड़ा जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों में गुस्सा है।
 
ग्रामीणों का कहना है कि हर नाके पर और लगभग हर घर की चौखट पर दिनभर पुलिस का कड़ा पहरा रहता है और अखलाक(50) की हत्या के दोषियों को पड़ने की कार्रवाई रात को की जा रही है। 
 
कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि धंधे नौकरी के लिए गांव से बाहर गए जो युवक यहां की खबरें सुनकर गांव लौटे रहे हैं उनको भी परेशान किया जा रहा है इसलिए लोग अपने बच्चों को गांव नहीं लौटने की हिदायत दे रहे हैं।
 
अखलाक के घर के बगल की गली में रहने वाले धीरज सिंह का कहना है कि उसके बेटे गौरव और सौरव को भी पुलिस ले गई। गौरव बीटेक है और एअरटेल में नौकरी करता है जबकि सौरव कानून की पढ़ाई के लिए इंटरव्यू देने के बाद उसी दिन घर लौटा था। रात में पुलिस दोनों को उठा कर ले गयी। इस बीच मां ने कहा कि है कि उसके बेटे निर्दोष हैं।
 
मायके आई सावित्री का कहना है कि पुलिस ने उसके भाई श्रीओम और हरिओम को पकड़ा है। उनके घर पर बीमार मां है, जो चारपाई से उठ नहीं सकती है। मां की देखरेख के लिए सावित्री आई है। उसका कहना है कि उसे जल्द ही अपने घर लौटना भी है।
 
बिसाहड़ा की वंदना का कहना है कि उसके भाई  विशाल और शिवम को भी हिरासत में लिया गया है। विशाल घटना के दिन दिल्ली में था। गांव में हुई इस घटना की खबर सुनकर वह अगले दिन लौटा लेकिन उसे भी पकड़ लिया गया है। वंदना भी अपने भाइयों को निर्दोष बता रही है।
 
ओम कुमार का कहना है कि उनके दो पुत्रों सचिन(17) तथा विवेक(20) को भी पुलिस पकड़ कर ले गई है। गांव में उनकी बिजली के सामान की दुकान है।उनका आरोप है कि पकड़े जाने से पहले बच्चों से पूछताछ भी नहीं की गई।
 
पंजाब के भटिंडा में काम करने वाले महेंद्र ने बताया कि अपने गांव में उपजे हालात की खबर टेलीविजन पर सुनकर वह घर आया है। उसके बच्चे गांव में नहीं रहते हैं। हालात को देखते हुए महेंद्र सहमा हुआ है और उसने अपने बच्चों को स्थिति शांत होने तक गांव की दहलीज में कदम नहीं रखने को कहा है। (वार्ता) 
 
 

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