Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

जीती भाजपा, कद कैलाश का बढ़ा

हमें फॉलो करें जीती भाजपा, कद कैलाश का बढ़ा
, रविवार, 19 अक्टूबर 2014 (17:26 IST)
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम का यूं तो मध्यप्रदेश से कोई खास लेना-देना नहीं है, लेकिन हरियाणा में राज्य के नगरीय प्रशासन और आवास तथा पर्यावरण मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की सक्रिय उपस्थिति कुछ अलग ही संदेश देती दिखाई दे रही है। इस जीत के बाद न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में कैलाश का कद बढ़ गया है, वहीं मोदी ब्रिगेड में उनका शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है। 
हालांकि जब कैलाश को हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रभार सौंपा गया था तब किसी को इसलिए भी बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं थी कि वर्तमान विधानसभा में भाजपा के पास सिर्फ चार सीटें ही थीं। मोदी मैजिक के अलावा यह विजयवर्गीय के करिश्माई चुनाव मैनेजमेंट का भी कमाल रहा कि भाजपा ने 47 सीटें जीतकर अपने दम पर पहली बार हरियाणा में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने का इतिहास रच डाला। डाला। 
 
विजयवर्गीय ने हरियाणा चुनाव में अपनी दो नंबरी टीम के साथ कड़ी मेहनत की है। उन्होंने इस दौरान वहां पर न सिर्फ भोजन-भंडारों का दौर चलाकर मतदाताओं को आकर्षित किया बल्कि धर्मगुरुओं को भाजपा के पाले में लाकर पार्टी का वोट बैंक बढ़ाया। माना जाता है कि डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम सिंह द्वारा भाजपा को समर्थन देना, कैलाश विजयवर्गीय की रणनीति का ही हिस्सा था। 
 
हरियाणा में भाजपा की जीत के बाद लगभग सभी टीवी चैनलों ने विजयवर्गीय का साक्षात्कार दिखाया। साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह ने भी उन्हें अपने साथ बैठाया। इससे यह संकेत मिल रहे हैं कि अमित शाह के जरिए उन्होंने मोदी कैंप में दस्तक दे दी है या फिर प्रवेश पा लिया है। 
 
हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब विजयवर्गीय ने अपना करिश्मा दिखाया है, वे इससे पहले भी वे मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ ही कुक्षी और महेश्वर उपचुनावों में कांग्रेस से सीटें छीनकर अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर चुके हैं। 
 
इसमें कोई संदेह नहीं हरियाणा के चुनाव परिणामों ने कैलाश के नंबर राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा दिए हैं। हालांकि राजनीति में कुछ भी संभव है, लेकिन राजनीतिक जानकार फिलहाल तो यह मान रहे हैं कि निकट भविष्य में कैलाश का कद के साथ पद भी बढ़ सकता है फिर चाहे वह संगठन में हो या फिर सरकार में। 
 


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi