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दिनदहाड़े नाभा जेल तोड़कर केएलएफ प्रमुख और पांच अन्य भागे

हमें फॉलो करें दिनदहाड़े नाभा जेल तोड़कर केएलएफ प्रमुख और पांच अन्य भागे
, रविवार, 27 नवंबर 2016 (23:43 IST)
पटियाला-लखनऊ। आतंकवादी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) का प्रमुख हरमिंदर मिंटू आज पांच अन्य कैदियों के साथ पंजाब के उच्च सुरक्षा वाले नाभा जेल से फरार हो गया। पुलिस की वर्दी में आए हथियारंबद हमलावरों ने जेल पर हमला कर इन्हें भागने में मदद की थी। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दिनदहाड़े जेल तोड़कर भागने की इस वारदात के कथित मास्टरमाइंड परमिंदर सिंह को उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना से गिरफ्तार कर लिया। उसे तब गिरफ्तार किया गया, जब एक पुलिस पिकेट पर टोयोटा फॉर्च्यूनर नाम की गाड़ी को रोका गया।
पंजाब पुलिस के प्रमुख सुरेश अरोड़ा के मुताबिक, भागने वालों में आतंकवादी कश्मीरा सिंह भी शामिल है। उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि शामली में तलाशी के दौरान टोयोटा फॉर्च्यूनर से एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर), तीन राइफल और कई आग्नेयास्त्र बरामद किए गए।
 
सुरक्षाकर्मियों से कुछ खास प्रतिरोध का सामना किए बगैर ही छह कैदियों के भागने की बात सामने आने के बाद पंजाब सरकार ने दो वरिष्ठ जेल अधिकारियों (अधीक्षक एवं उपाधीक्षक) को बर्खास्त कर दिया जबकि एडीजीपी (जेल) एम के तिवारी को निलंबित कर दिया। पंजाब सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक एसआईटी भी बनाया है। सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) जगपाल सिंह संधु की अध्यक्षता में एक अलग जांच समिति बनाई है, जो सुरक्षा में हुई चूक के पहलू की छानबीन करेगी।
 
डीजीपी ने कहा, इसमें दो पहलू हैं। एक पहलू तो यह है कि जेल से भागने की घटना की जांच की जाएगी और दूसरा पहलू सुरक्षा में हुई चूक का है। कौन जिम्मेदार है, क्या कोई मिलीभगत है? अरोड़ा ने कहा, अज्ञात हमलावर पुलिस की वर्दी में और छोटे हथियारों से लैस होकर आए थे। उन्होंने जेल में तैनात सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे किसी कैदी को लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 35 गोलियां चली हैं। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। जेल के सुरक्षाकर्मी घटना के वक्त बहुत सतर्क नहीं थे और वे समुचित जवाबी कार्रवाई नहीं कर सके।
 
पुलिस महानिदेशक ने कहा, जेल के भीतर से भी गोलीबारी हुई है। हमें देखना होगा कि गोलीबारी प्रभावी क्यों नहीं थी। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं कोई तो षड्यंत्र है और यदि गोलीबारी प्रभावी रही होती तो पूरा घटनाक्रम ही उलट होता। 10 मामलों में वांछित मिंटू को पंजाब पुलिस ने थाईलैंड से प्रत्यर्पण के बाद नवंबर, 2014 में गिरफ्तार किया था।
 
इस बीच, एक महिला उस वक्त मारी गई जब जेल से कैदियों के फरार होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने जेल से करीब 20 किलोमीटर दूर एक पिकेट पर एक गाड़ी के नहीं रूकने पर गोलियां चला दी। चौधरी ने कहा कि परमिंदर ने पूछताछ में अधिकारियों को बताया कि भागने वाले कैदी अलग-अलग समूहों में बंट गए थे और हरियाणा के करनाल एवं पानीपत की दिशा में गए।
 
उन्होंने बताया, जेल से कैदियों के भागने की सूचना मिलने के बाद हमें आशंका थी कि वे कहीं बंद, कहीं खुली लंबी सीमा के जरिए नेपाल में दाखिल होने की कोशिश कर सकते हैं। हमें वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर के बारे में बताया गया था। हमने इसकी तलाशी ली तो हमें हथियार मिले। मास्टरमाइंड परमिंदर ने जेल से भागने की घटना की योजना बनाने और इसे अमल में लाने की बात कबूल की है।
 
चौधरी ने कहा कि परमिंदर पंजाब पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर की हत्या का आरोपी है और उसने प्रेमा नाम के एक गैंग्स्टर के साथ जेल से भागने की योजना बनाई थी। प्रेमा ने कुछ समय पहले जेल से भागने में उसकी मदद की थी। जेल से कैदियों के भागने के बाद उत्तरी राज्यों में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से बात की। उन्होंने राज्य सरकार को जेलों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ घटना पर तुरंत रिपोर्ट देने को कहा।
 
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल से बातचीत की । सुखबीर ने डोभाल को घटना की पूरी जानकारी दी और बताया कि फरार हुए छह कैदियों की गिरफ्तारी के क्या प्रयास किए जा रहे हैं। सुखबीर ने कहा कि घटना के पीछे पाकिस्तान का हाथ हो सकता है क्योंकि नियंत्रण रेखा के पास हुए लक्षित हमले के बाद से ही वह राज्य में आतंकवाद को जिंदा करने में जुटा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसके पीछे के षड्यंत्र का जल्द पर्दाफाश होगा।
 
मिंटू के साथ जेल से फरार हुए अन्य अपराधियों के नाम हैं - विक्की गुंदार, अमनदीप धोतियां, गुरप्रीत सेखों, नीता देओल और आतंकवादी कश्मीरा सिंह। मिंटू को 10 आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया गया था जिसमें 2008 में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर हुआ हमला भी शामिल है। साल 2010 में हलवाड़ा वायु सेना स्टेशन में विस्फोटकों की बरामदगी के मामले में भी वह आरोपी है।
 
इस वारदात के बाद पंजाब और हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, अंतरराज्यीय बस सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश की सरकारों और दिल्ली पुलिस को कहा है कि वे हाई अलर्ट पर रहें क्योंकि मिंटू उनके ही क्षेत्र में छुपा हो सकता है।
 
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आंतरिक सतर्कता प्रकोष्ठ) प्रबोध कुमार एसआईटी की अगुवाई करेंगे। एसआईटी में पटियाला जोन के पुलिस महानिरीक्षक परमराज सिंह, पुलिस महानिरीक्षक ईश्वर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक (काउंटर इंटेलिजेंस) नीलाभ किशोर, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (पटियाला रेंज) अमर सिंह चाहल और पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरमीत चौहान शामिल हैं।
 
इस बीच, हरियाणा के कैथल में एक जगह लावारिस हुंदई वर्ना कार मिली। जेल से भागने वाले कैदियों ने एक इसी तरह की कार का भी इस्तेमाल किया था। पुलिस ने बताया कि कार लॉक थी और सामने दो नंबर प्लेटें थी। फिंगरपिंट्रिंग विशेषज्ञों को कार के दरवाजे खोले जाने से पहले फॉरेंसिक जांच के लिए बुलाया गया है। (भाषा) 


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