अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान जत्थेदार अवतारसिंह ने पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा बाबे की बेर की दीवारों पर कलमा लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है।
सिंह ने पाकिस्तान ओकाफ बोर्ड के चेयरमैन सदीक-उल-फारुक को गुरुद्वारा साहब की दीवार पर कलमा लिखे जाने की जांच के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहब के अंदर तथा नज़दीक अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश की जा रही है।
जत्थेदार सिंह ने एक बयान में कहा कि गुरुद्वारों की जायदाद पर अवैध कब्जे रोकने के लिए ओकाफ बोर्ड को हरकत में आना चाहिए और पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को इन स्थानों की देखरेख के लिए हर वह प्रयास इस्तेमाल करना चाहिए, जिसके साथ जायदादों को खुर्द-बुर्द होने से बनाया जा सके।
उन्होंने गुरु नानक देवजी की चरण स्पर्श प्राप्त सियालकोट (पाकिस्तान) के गुरुद्वारा बाबे की बेर की दीवारों पर बने गुरुओं के दीवार चित्रों पर लिखीं गुरबानी की तुकों की जगह कलमा लिखने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
सिंह ने अपने पत्र में ओकाफ बोर्ड के चेयरमैन सदीक-उल-फारुक और पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान तारासिंह को सूबा बलूचिस्तान के जिला कच्ची बुलहण के हाजी शहर के गुरुद्वारा साहब से गुरु ग्रंथ साहब के चोरी हुए पवित्र स्वरूप के बारे में कहा कि कुछ लोग अशांति फैलाना चाहते हैं। उन्होंने पाकिस्तान सरकार से मांग की कि इस घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को सख्त सजा दी जाए। (वार्ता)