Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

टूटने की कगार पर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन

हमें फॉलो करें टूटने की कगार पर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन
, सोमवार, 15 सितम्बर 2014 (13:27 IST)
मुंबई। 25 साल पुराना भाजपा-शिवसेना का गठबंधन सत्ता के लालच के चलते टूटने की कगार की पहुंच गया है। शिवसेना भारतीय जनता पार्टी को एक जहां 119 सीटें देकर खुद सभी सीटों पर लड़ना चाहती है तो दूसरी ओर उसने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा। यानी शिवसेना मौके का फायदा उठाकर दोनों हाथों में लड्डू रखना चाहती है।
हालांकि उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पूरी चर्चा से पहले कोई बयान नहीं देंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि फैसला होगा तो पता चलेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं सपने नहीं देखता, लेकिन मैं जिम्मेदारी से भी नहीं भागता हूं। मैं बालासाहेब ठाकरे का बेटा हूं, महाराष्ट्र को नंबर वन बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि हर चुनाव से पहले ऐसे मतभेद सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन टूटे। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में माहौल पक्ष में है और इसका फायदा उठाना चाहिए।   

मुंबई स्थित महाराष्ट्र बीजेपी मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा 'हमारे सर्वोच्च नेता के अपमान से कार्यकर्ता खफा हैं, इन टिप्पणियों का मकसद नरेन्द्र मोदी को नीचा दिखाना था। महाराष्ट्र भाजपा ने उनकी टिप्पणियों की कठोरता से आलोचना और निंदा की है। हमारे कार्यकर्ता दोनों दलों के बीच बातचीत रोकने और अपनी खुद की राह तलाशने के लिए नेतृत्व पर जोर दे रहे हैं और दबाव डाल रहे हैं। फिलहाल दोनों दलों में बातचीत बंद है।'
 
राजीव प्रताप रूढी मुबंई जाएंगे। 19 तारीख को अमित शाह भी मुंबई जाने वाले हैं।
 
गौरतलब है कि 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र में चुनाव होने वाले हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर भी शिवसेना और भाजपा में टकराव चल रहा है। पिछली बार शिवसेना 169 सीटों पर लड़ी थी। इस बार भाजपा 135 सीटों पर लड़ना चाहती है, जिसके लिए शिवसेना तैयार नहीं। वह 119 सीटें देना चाहती है। (एजेंसी)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi