रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक में खिलाड़ियों के ठहरने के लिए बने खेलगांव के दो खानसामाओं ने अनूठी एवं सराहनीय पहल के तहत बचे हुए खानों को भूखों में वितरित करने का लक्ष्य तय किया है।
इटली के शेफ मासिमो बोटुरा और ब्राजील के शेफ डेविड हर्ट्ज ने 'रेफेटो रियो' नामक कार्यक्रम के तहत इस अभियान की शुरुआत की है।
खाद्य कार्यक्रम विशेषज्ञ ब्रायन लिपन्स्की ने कहा कि यह कार्यक्रम अभी छोटे पैमाने पर ही शुरू किया गया है लेकिन ऐसे ही अभियानों से पूरे विश्व में बड़े पैमाने पर होने वाले खानों की बर्बादी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि यह समय विश्व की बढ़ती जनसंख्या के लिए खाद्य पदार्थों की उत्पादकता को बढ़ाने के बारे में सोचने की बजाय यह सोचने का है कि खाने की बर्बादी को कैसे रोका जाए। रियो में होने वाली छोटी सी पहल का भी दूरगामी परिणाम हो सकता है।
जर्मनी और फ्रांस सहित कई यूरोपीय देशों में खाने की बर्बादी को रोकने के लिए कड़े प्रावधान बनाए गए हैं। (वार्ता)