रियो डि जेनेरियो। ओलंपिक में 36 वर्ष के बाद खेलने उतरी भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को दो गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए जापान के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला।
भारत की ओर से रानी रामपाल और लिलिमा मिंज ने दूसरे हॉफ में एक-एक गोल किया जबकि एमी निशिकोरी और मिए नाकाशिमा ने जापान की ओर से पहले हॉफ में गोल किए। निशिकोरी का यह पहला अंतरराष्ट्रीय गोल था।
भारतीय महिलाओं ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कमाल का खेल दिखाया। भारतीय टीम को मुकाबले में चार पेनल्टी कॉर्नर मिले। इससे पहले दोनों टीमों के बीच 15 मुकाबले ड्रा रहे थे।
भारत की दीवार गोलकीपर सविता ने मुकाबले में जापानी खिलाड़ियों के मंसूबे पूरे नहीं होने दिए। सविता ने पहले हाफ में भले ही दो गोल दिए लेकिन इसके बाद दूसरे हाफ में उन्होंने कई शानदार बचाव किए। जापान ने पहले हाफ में ही 2-0 की शानदार बढ़त हासिल कर ली थी। निशिकोरी ने 15वें मिनट में गोल दागकर 1-0 की बढ़त बनाई और फिर 28वें मिनट में नाकाशिमा ने 28वें मिनट में गोल कर बढ़त को दोगुना कर दिया।
इसके बाद लगने लगा था कि भारतीय महिला टीम की ओलंपिक में हार से शुरुआत होगी लेकिन सुशीला चानू के नेतृत्व में भारतीय टीम ने गजब की वापसी की। रानी रामपाल ने 31वें मिनट में गोल कर स्कोर 1-2 किया और फिर 40वें मिनट में लिलिमा ने गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।
भारतीय महिलाओं ने आखिरी क्षणों में गजब का डिफेंस भी दिखाया लेकिन जीत का मौका भी गंवाया। भारत के पास अंतिम मिनट में जीत हासिल करने का मौका था लेकिन यह मौका उसके हाथ से निकल गया। मुकाबला 2-2 से ड्रा रहा।
भारत के लिए खुशी की बात यही रही कि 36 साल बाद ओलंपिक में उतरी महिला टीम ने कम से कम एक अंक के साथ शुरुआत की। भारत का अगला मुकाबला ब्रिटेन से होना है जो बेहद कड़ा होने की उम्मीद है। (वार्ता)