सारी दुनिया पिछले कई महीनों से भारी मंदी की मार से भले ही जूझ रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) की मानें तो अगले साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाले विश्वकप फुटबॉल के आयोजन पर इसका कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
फुटबॉल के प्रशंसक सारी दुनिया में फैले हुए हैं और इसके विश्वकप को अन्य खेलों की तुलना में सबसे अधिक दर्शक मिलते हैं, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था के मंदी से बुरी तरह त्रस्त होने से ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस स्पर्द्धा पर भी उसका असर पड़ सकता है।
मगर फीफा की राय इससे एकदम जुदा है। फीफा के विपणन प्रबंधक थिएरी विल ने कहा कि हम बहुत खुशकिस्मत हैं कि वैश्विक मंदी का फीफा पर कोई असर नहीं पड़ा है। इसके कारण मंदी से विश्व कप पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ने की संभावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि विश्व कप के प्रायोजकों के मजबूत साझेदार होने के कारण हम इस संकट से बचे रहेंगे। हालाँकि इन कंपनियों पर भी वैश्विक मंदी का असर हुआ है लेकिन इसके बावजूद वे सभी विश्व कप के प्रायोजन से पीछे नहीं हट रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि फुटबॉल की अतिशय लोकप्रियता वाले अमेरिका, यूरोप तथा दक्षिण अमेरिका के देशों की अर्थव्यवस्थाएँ वैश्विक मंदी के कारण बुरी तरह से प्रभावित हैं। खेल को प्रायोजित करने वाली बडी कंपनियाँ जबर्दस्त मंदी की मार झेल रही हैं। इसके कारण फार्मूला वन जैसे कई खेलों की आय में लगातार कमी आ रही है।
हालाँकि विश्व में फुटबॉल प्रेमियों के इस खेल के प्रति समर्थन के मद्देनजर विशेषज्ञों का अनुमान है कि आर्थिक मंदी के बावजूद इसका विश्व कप के आयोजन पर कोई खास प्रभाव पड़ने वाला नहीं है। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका में अन्य देशों के मुकाबले उपभोक्ता वस्तुओं की कम कीमतें भी विश्व कप के सफल आयोजन में सहायक हो सकती हैं।