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सिंधु का पदक पक्का, साइना बाहर

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कोपेनहेगेन , शुक्रवार, 29 अगस्त 2014 (19:16 IST)
FILE
कोपेनहेगेन। भारतीय बैडमिंटन की युवा सनसनी पी वी सिंधु ने शुक्रवार को यहां विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए लगातार दूसरा कांस्य पदक पदक पक्का किया लेकिन स्टार शटलर साइना नेहवाल महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में सीधे गेम में हारकर बाहर हो गई।

चीन में 2013 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली 19 वर्षीय सिंधु ने फिर से बेजोड़ प्रदर्शन किया और बालेरूप सुपर एरेना में चीन की आल इंग्लैंड चैंपियन शिझियान वांग को 19-21, 21-19, 21-15 से हराया।

इस महीने के शुरू में सिंधु ने ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भी कांस्य पदक जीता था। इससे पहले ओलंपिक कांस्य पदक और यहां सातवीं वरीयत प्राप्त साइना को विश्व में नंबर एक चीनी खिलाड़ी ली शुएरूई के हाथों केवल 45 मिनट में 15-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 11वीं वरीयता प्राप्त सिंधु ने फिर से दिखाया कि आखिर क्यों उन्हें भारत की सर्वश्रेष्ठ शटलर माना जाता है।

उन्होंने कड़े मुकाबले में महत्वपूर्ण क्षणों पर अपना धैर्य बनाये रखा और वांग के खिलाफ चौथी जीत दर्ज की। सिंधु सेमीफाइनल में चीनी ताइपै की झू यिंग ताई और स्पेन की कारोलिना मारिन के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगी।
एक घंटा 25 मिनट चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सिंधु और वांग ने एक दूसरे की गलतियों का फायदा उठाकर अंक बनाये। शुरू में सिंधु ने नेट पर दबदबा बनाया और वह 11-5 से बढ़त पर आ गई। वांग ने हालांकि जल्द ही स्कोर 15-15 से बराबर कर दिया और फिर पहला गेम जीतकर मैच में 1-0 से बढ़त बना दी।

वांग की दो गलतियों के कारण सिंधु ने दोनों के बीच अंतर कम किया। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद भी अपनी जी जान लगाये रखी और स्कोर 16-16 से बराबरी पर ला दिया। वांग ने हालांकि नेट्स पर गलतियां की जिससे सिंधु 19-16 से बढ़त पर आ गयी। इसके बाद उनका शॉट सही नहीं लगा जिससे भारतीय के पास चार गेम प्वाइंट आ गए।

चीनी खिलाड़ी ने तीन गेम प्वाइंट बचाये लेकिन आखिर में सिंधु महत्वपूर्ण अंक हासिल करके मैच को बराबरी पर लाने में सफल रही। निर्णायक गेम की शुरुआत लंबी रैलियों से हुई। चीनी खिलाड़ी ने इस बीच कई शॉट बाहर लगाए जिससे भारतीय ने 5-2 की बढत हासिल कर ली। वांग ने हालांकि फिर से वापसी करके स्कोर 5-5 पर ला दिया। सिंधु और वांग ने कई गलतियां की और ब्रेक तक भारतीय ने एक अंक की बढ़त बनाए रखी लेकिन इसके तुरंत बाद स्कोर 12-12 से बराबर हो गया।

वांग ने जहां अपने ड्राप और क्रास कोर्ट शाट का अच्छा इस्तेमाल किया वहीं सिंधु ने चीनी खिलाड़ी की बैक हैंड की कमजोरी का फायदा उठाकर अंक बनाये और 17-15 से बढ़त पर आ गई। सिंधु ने इसके बाद अगले चार अंक जुटाकर वांग को बाहर का रास्ता दिखाया और अपने लिए लगातार दूसरा कांस्य पदक पक्का किया।

दूसरी ओर साइना के लिए हालांकि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पदक का इंतजार बढ़ गया। ओलंपिक चैंपियन और शीर्ष वरीय शुएरूई के सामने उन्होंने फिर से आसानी से हथियार डाल दिए जो इस खिलाड़ी के खिलाफ उनकी आठवीं हार है।

शुएरूई ने साइना की गलतियों का फायदा उठाकर 9-4 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद भारतीय ने कोशिश की और उन्होंने अंतर 10-8 कर दिया। लेकिन जब लग रहा था कि साइना लय में लौट रही है तब चीनी खिलाड़ी ने फिर से दबदबा बनाया और फिर 18-11 से बढ़त बनाकर जल्द ही पहला गेम अपने नाम कर दिया।

दूसरा गेम अधिक प्रतिस्पर्धी था क्योंकि साइना और शुएरूई के बीच शुरू में कड़ा मुकाबला देखने को मिला और एक समय स्कोर 5-5 था। इसके बाद भारतीय ने लगातार चार अंक बनाए और वह 9-5 से आगे हो गई। साइना ने 12-8 तक चार अंक की बढ़त बनाए रखी लेकिन इसके बाद चीनी खिलाड़ी ने लगातार चार अंक बनाकर स्कोर 12-12 से बराबर कर दिया।
इसके बाद साइना पर थकान हो गई और शुएरूई को मैच जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। शुएरूई सेमीफाइनल में जापान की मिनात्सु मितानी से भिड़ेगी जिन्होंने कोरिया की पांचवीं वरीय जी ह्यून सुंग को 9-21, 21-18, 22-20 से हराया। (भाषा)

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