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भारतीय बैडमिंटन में पुरुष खिलाड़यों ने लहराया परचम

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, रविवार, 2 जुलाई 2017 (20:07 IST)
नई दिल्ली। के. श्रीकांत की शानदार फॉर्म, एचएस प्रणय और बी. साई प्रणीत का लगातार सुधार करते हुए ऊपर बढ़ना भारतीय बैडमिंटन के गर्मियों के सत्र का सबसे संतोषजनक सफर रहा जिसमें उन्होंने पहली बार महिलाओं को पीछे भी छोड़ा।

साइना नेहवाल के आने के बाद महिला एकल वर्ग में इस खिलाड़ी के खिताबों की झड़ी लगी रही। पीवी सिंधु का इसी दौरान शिखर पर पहुंचना महिला शटलरों के शानदार दौर का हिस्सा रहा।

वर्ष 2010 में साइना ने सिंगापुर, इंडोनेशिया और हांगकांग में 3 सुपर सीरीज खिताब जीते, इसके अलावा उन्होंने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों का भी स्वर्ण अपने नाम किया। इस उपलब्धि की बराबरी अभी तक कोई भारतीय नहीं कर सका है।

वर्ष 2017 के मध्य तक भारतीय शटलरों ने अभी तक 6 में से 4 सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किए। इसमें से पीवी सिंधु का इंडिया ओपन खिताब छोड़ दें तो श्रीकांत की अगुवाई में पुरुष खिलाड़ियों ने बाकी खिताब हासिल किए। श्रीकांत ने लगातार इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में जबकि साई प्रणीत ने श्रीकांत को फाइनल में हराकर अपना पहला सुपर सीरीज खिताब प्राप्त किया।

इन दोनों ने जहां खिताब जीते तो प्रणय ने जकार्ता में लगातार ओलंपिक रजत पदकधारी ली चोंग वेई और रियो स्वर्ण पदकधारी चेन लोंग को पराजित कर अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत लिया। श्रीकांत 2014 चाइना ओपन और 2015 इंडिया ओपन के भी विजेता हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले 2 हफ्ते शानदार रहे हैं। सिर्फ मेरे लिए ही नहीं, बल्कि प्रणय और साई के लिए भी। जिस तरह से पुरुष एकल में खिलाड़ी आगे बढ़ रहे हैं, यह शानदार है और मुझे लगता है कि अब हमारे पास विश्व चैंपियनशिप में भी पदक जीतने का मौका है।

प्रणय ने कहा कि मैं सचमुच खुश हूं कि बैडमिंटन लोकप्रियता में प्रगति कर रहा है और मैं खुश हूं कि मैं इसका हिस्सा हूं। मैं सिर्फ यही उम्मीद करता हूं कि अगले 2 वर्षों में हमें शीर्ष 10 में 3 से 4 खिलाड़ी मिलें।

भारत के 6 शटलर विश्व रैंकिंग में शीर्ष 35 में शामिल हैं जिसमें श्रीकांत, प्रणीत और अजय शीर्ष 20 में हैं। 2 ओलंपिक पदकधारी साइना (लंदन ओलंपिक कांस्य पदक) और सिंधु (रियो ओलंपिक रजत पदक) देने के बाद मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद को लगता है कि पुरुष खिलाड़ियों के लिए अब आगे बढ़ने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इन खिताबी जीत ने पुरुष एकल को अब मंच प्रदान किया है इसलिए हम कह सकते हैं कि जिस तरह से वे खेल रहे हैं, हम आगामी महीनों में और अच्छे नतीजों की उम्मीद कर सकते हैं और मैं खिलाड़ियों से निरंतर इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद करूंगा। अगस्त में विश्व चैंपियनशिप के अलावा कई और सुपर सीरीज और सुपर सीरीज प्रीमियर टूर्नामेंट भी होंगे। (भाषा)

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