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योगेश्वर दत्‍त पर जीत का था दबाव

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नई दिल्ली , मंगलवार, 7 जुलाई 2015 (19:53 IST)
नई दिल्ली। स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त ने मंगलवार को अमित कुमार धनखड़ को हराकर विश्व चैम्पियनशिप की टीम में जगह बनाने के बाद राहत की सांस ली। धनखड़ पिछले साल इस ओलंपिक पदक विजेता के पक्ष में कथित पक्षपात का आरोप लगाकर अदालत की शरण में चले गए थे।
धनखड़ ने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के लिए पहलवानों को चुनने की प्रक्रिया पर अदालत का निर्देश मांगा था। उन्होंने अदालत से मांग की थी कि 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में उचित तरीके से ट्रायल कराने के लिए निर्देश दें और खेलों में इस वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सर्वश्रेष्ठ पहलवान के नाम की सिफारिश करें।
 
योगेश्वर ने आज 65 किग्रा वर्ग के चयन ट्रायल के फाइनल में धनखड़ को 6-3 से हराकर लास वेगास में 7 से 12 सितंबर तक होने वाली विश्व चैम्पियनशिप की टीम में जगह बनाई।
 
योगेश्वर ने कहा, हां, मेरे ऊपर उसे हराने का कुछ दबाव था। हालांकि मैं उसे हराने को लेकर आश्वस्त था, लेकिन अगर आज मैं दुर्भाग्यशाली रहता तो लोगों को मेरे ऊपर अंगुली उठाने का मौका मिल जाता। 
 
उन्होंने कहा, डब्ल्यूएफआई की भी आलोचना होती जिसने पिछली बार राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की टीम चुनी थी। लोग कहते कि महासंघ ने जो टीम चुनी वह सही नहीं थी। इसलिए आज मैंने साबित किया कि पिछले साल चुनी गई टीम सर्वश्रेष्ठ थी।
 
लंदन ओलंपिक 2012 में योगेश्वर ने 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था, लेकिन कुश्ती की अंतरराष्ट्रीय संचालन संस्था ने इसके बाद ओलंपिक वजन वर्गों में फेरबदल किया जिससे इस स्टार पहलवान को 65 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेने के लिए बाध्य होना पड़ा। दूसरी तरफ धनखड़ हमेशा से इस वर्ग में चुनौती पेश करते आए हैं।
 
योगेश्वर ने आज के मुकाबले के संदर्भ में कहा कि उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि उनके सामने मुश्किल आ रही है। उन्होंने कहा, अगर आप स्कोरिंग देखो तो मैंने उसे 6-3 से हराया इसलिए मुझे लगता है कि मैं बेहतर था। 
 
योगेश्वर ने कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि यह कड़ा मुकाबला था, लेकिन यह रोमांचक था और सभी ने इसका लुत्फ उठाया। हरियाणा के इस 32 वर्षीय पहलवान ने हालांकि स्वीकार किया कि युवा उनके जैसे सीनियर खिलाड़ियों को अच्छी टक्कर दे रहे हैं।
 
उन्होंने कहा, हमारे जूनियर काफी अच्छे हैं। बजरंग, अमित, प्रवीण राणा काफी अच्छा कर रहे हैं। हमें भविष्य में उनसे काफी उम्मीदें हैं। लास वेगास प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने को लेकर आश्वस्त योगेश्वर ने कहा, विश्व चैम्पियनशिप के लिए मेरी तैयारी काफी अच्छी है। 
 
उन्होंने कहा, मैं रोजाना पांच से छह घंटे ट्रेनिंग कर रहा हूं। मैं विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना चाहता हूं। मैंने विश्व चैम्पियनशिप के अलावा सभी बड़ी प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं इसलिए मैं पदक जीतना चाहता हूं और मेरी प्राथमिकता देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना होगा। 
 
उन्होंने कहा, अगर मैं पदक जीतने में सफल रहा तो भारत मेरे वर्ग में स्वत: ही रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर जाएगा। योगेश्वर ने साथ ही कहा कि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम की अगुआई करने का दबाव उन पर होगा। (भाषा)  

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