डोप दोषियों के खिलाफ कड़ा रवैया अपनाते हुए भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने लखनऊ के साई केंद्र के कोच जेपी शर्मा पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है, जिन पर शक्तिवर्धक दवा लेने के लिए अपने खिलाड़ियों की मदद करने का आरोप है।
आईडब्ल्यूएफ ने उत्तरप्रदेश भारोत्तोलन महासंघ (यूपीडब्ल्यूएफ) की सिफारिश पर यह फैसला किया है जो शर्मा पर आजीवन प्रतिबंध के पक्ष में था। शर्मा अंतरराष्ट्रीय रैफरी भी हैं।
आईडब्ल्यूएफ महासचिव बीआर गुलाटी ने यूपीडब्ल्यूएफ को लिखे पत्र के मुताबिक शर्मा को कोचिंग शिविर और तकनीकी अधिकारी के तौर पर किसी भी भूमिका से एक साल तक दूर रखा जाना चाहिए।
अधिकारियों मौजूदा और पूर्व भारोत्तोलकों की शिकायत के बाद यूपीडब्ल्यूएफ ने शर्मा पर लगे आरोपों की जाँच के लिए तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित की थी।
गुलाटी ने चार जून को लिखे पत्र में कहा था कि शर्मा पर लगे प्रतिबंध को जाँच समिति की रिपोर्ट की समीक्षा के बाद बढ़ाया जा सकता है।
गुलाटी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह प्रतिबंध नहीं है लेकिन कोच की सेवाएँ नहीं लेने का फैसला किया गया है।
उन्होंने पुणे से कहा कि हमने उन पर प्रतिबंध नहीं लगाया लेकिन फैसला किया है कि कोचिंग शिविर में और अधिकारी के तौर पर एक साल तक उनकी सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करेंगे।