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सेंसेक्‍स में 47 अंक की गिरावट

हमें फॉलो करें सेंसेक्‍स में 47 अंक की गिरावट
मुंबई , मंगलवार, 18 अगस्त 2015 (18:24 IST)
मुंबई। चीन की मांग कमजोर पड़ने से एशियाई बाजारों के दो साल के निचले स्तर तक लुढ़कने और साख निर्धारक एजेंसी मूडीज के भारत के आर्थिक विकास अनुमान को घटाने से आशंकित निवेश्कों की बिकवाली के दबाव में मंगलवार को शेयर बाजार लगातार दूसरे सत्र गिरावट पर बंद हुआ।
 
शुरुआती कारोबार में मजबूती के साथ खुले बीएसई के तीस शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पर एशियाई और स्थानीय कारकों से दबाव बढ़ा और वह 46.73 अंक उतरकर 27831.54 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 10.75 अंक फिसलकर 8466.55 अंक पर रहा।
 
मूडीज ने चालू मानसून सीजन में औसत से कम बारिश होने और सरकार के आर्थिक सुधार की गति धीमी पड़ने की आशंका के मद्देनजर चालू वर्ष के लिए देश के आर्थिक विकास अनुमान को 7.5 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत के आसपास कर दिया, जिससे निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर रही।
 
चीन की कमजोर मांग के चलते एशियाई बाजारों के दो साल के निचले स्तर तक लुढ़कने का दबाव भी घरेलू बाजार पर देखा गया। जापान का निक्की 0.32 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसैंग 1.43 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.62 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 3.34 प्रतिशत तक टूटा। साथ ही ब्रिटेन के एफटीएसई में भी 0.61 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
 
चीन की मुद्रा यूआन के अवमूल्यन से डॉलर में आई तेजी के मद्देनजर निर्यात आधारित ऑटो, कैपिटल गुड्स, टेक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और आईटी समूह की 1.61 प्रतिशत की तेजी को छोड़कर शेष तेल एवं गैस, एफएमसीजी, पावर, बैंकिंग, रियल्टी, पीएसयू, हेल्थकेयर और धातु समूह के शेयर 0.01 प्रतिशत से 1.92 प्रतिशत तक टूटे।
 
बीएसई में कुल 2984 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1631 बढ़त में और 1239 गिरावट पर रहे, जबकि 114 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में कुल 1302 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 752 के भाव चढ़े और 502 के गिरे जबकि 48 में स्थिरता रही।
 
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 71 अंक की तेजी के साथ 27949.13 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर कुछ देर बाद ही 28 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 28040.73 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। 
 
मूडीज की रिपोर्ट के साथ ही बिकवाली शुरू होने से बीच सत्र में 27747.40 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। संभलने की तमाम कोशिशों के बावजूद यह अंत में पिछले सत्र के 27878.27 अंक के मुकाबले 0.17 प्रतिशत उतरकर 27831.54 अंक पर बंद हुआ।
 
निफ्टी भी करीब 28 अंक बढ़कर 8500 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर खुला और लिवाली के सहारे थोड़ी देर बाद 8525.75 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ लेकिन बिकवाली होने से वह अपनी बढ़त बरकरार नहीं रख सका और बीच सत्र में 8433.60 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में गत सत्र के 8477.30 अंक की तुलना में 0.13 प्रतिशत फिसलकर 8466.55 अंक पर रहा।
 
बीएसई की बड़ी कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों की बढ़त ने बाजार को और अधिक गिरने से बचाए रखा। मिडकैप 0.47 प्रतिशत चढ़कर 11542.31 अंक और स्‍मॉलकैप 0.85 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 11891.91 अंक पर बंद हुआ।
 
इस दौरान रेड्डीज लैब, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एल एंड टी, एसबीआई, टीसीएस, इंफोसिस, मारुति और टाटा स्टील की 0.36 प्रतिशत से 2.07 प्रतिशत तक की तेजी को छोड़कर सेंसेक्स की तीस में से 22 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। सबसे अधिक 4.43 प्रतिशत नुकसान गेल ने उठाया। साथ ही कोल इंडिया 4.20 प्रतिशत, सिप्ला 2.87 प्रतिशत, वेदांता लिमिटेड 2.28 प्रतिशत और ल्युपिन के शेयर 2.13 प्रतिशत तक गिरे।
 
इनके अलावा भेल, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, एनटीपीसी, रिलायंस, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, टाटा मोटर्स, हिंडाल्को और सन फार्मा के शेयर 0.04 प्रतिशत से 1.94 प्रतिशत तक कमजोर रहे। (वार्ता)

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