मुंबई। विदेशी बाजारों की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर फार्मा कंपनी ल्युपिन में हुई भारी बिकवाली से शुक्रवार को शेयर बाजार करीब आधी फीसदी टूटकर लगातार तीसरे दिन गिरावट पर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 97.82 अंक अर्थात 0.39 फीसदी गिरकर 25301.90 अक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 33.70 अंक यानी 0.43 फीसदी उतरकर 7749.70 अंक पर रहा।
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) ने फार्मा कंपनी ल्युपिन को उसके गोवा संयंत्र में निरीक्षण के लिए फॉर्म 483 दिया है। कंपनी ने उसे अद्यतन रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई है, लेकिन यूएसएफडीए के ल्युपिन के जवाब से संतुष्ट नहीं होने की स्थिति को लेकर निवेशक आशंकित हैं। इससे हुई बिकवाली के दबाव में ल्युपिन का शेयर 9 फीसदी से अधिक गिर गया। इसका असर शेयर बाजार पर देखा गया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 28.7 अंक की बढ़त के साथ 25428.42 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर दोपहर बाद 25506.06 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बिकवाली के दबाव में अंतिम कारोबारी घंटे में यह 25251.90 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले दिवस के 25399.72 अंक की तुलना में 97.82 अंक गिरकर 25301.90 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी की शुरुआत बेहतर रही और यह 8.8 अंक ऊपर 7792.20 अंक खुला। लिवाली होने से बीच सत्र बाद 7812.40 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ। बिकवाली होने से आखिरी कारोबारी घंटे में 7735.75 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में पिछले दिवस के 7783.40 अंक के मुकाबले 33.70 अंक उतरकर 7749.70 अंक पर रहा।
छोटी और मझौली कंपनियों पर भी बिकवाली हावी रही। बीएसई का मिडकैप 0.49 फीसदी गिरकर 11023.18 अंक और स्मॉलकैप 0.83 फीसदी नीचे 10964.26 अंक पर रहा। इस दौरान एफएमसीजी की 0.19 फीसदी तेजी को छोड़कर बीएसई के शेष 10 समूहों में गिरावट रही। रियल्टी और हेल्थकेयर समूह को सबसे अधिक क्रमश: 1.42 और 1.39 फीसदी का नुकसान हुआ।
बीएसई में कुल 2747 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1688 में मंदी और 878 में बढ़त रही जबकि 181 के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)