चाणक्य नीति के अनुसार शांतिपूर्वक जीना है तो इन 8 लोगों से कभी भी शत्रुता नहीं रखना चाहिए।
राजा या शासन-प्रशासन से सीधे लड़ाई मोल लेने का अर्थ है जेल जाना या जान का खतरा।
जो खुद से द्वेष रखता, खुद का अपमान करता, शरीर और मन का ध्यान नहीं रखता है उसकी मृत्यु कभी भी आ सकती है।
बलशाली व्यक्ति चाहे धन से हो, शरीर से हो या हथियार साथ हो, उससे दुश्मनी मोल लेने का अर्थ मौत को न्योता देना है।
किसी ब्राह्मण या विद्वान व्यक्ति से द्वेष करने पर कुल का ही क्षय हो जाता है।
मूर्ख से दोस्ती भी बुरी और दुश्मनी भी बुरी। दूर ही रहें तो बेहतर हैं। ये आपकी छवि खराब कर सकते हैं।
डॉक्टर से दुश्मनी मोल न लें क्योंकि वह आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
रसोइया मौत के मुंह में पहुंचा सकता है।
ऐसे मित्र जो आपके सभी राज जानता हो उससे दुश्मनी मोल लेने का अर्थ है छवि को नुकसान पहुंचाना।