भद्रा क्या है,भद्रा में राखी क्यों नहीं बांधते हैं?

भद्राकाल में राखी क्यों नहीं बांधते हैं और यदि बांधी तो क्या होगा? आओ जानते हैं-

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1. पंचांग का एक अंग करण है। 11 करणों में 7वें करण विष्टि का नाम ही भद्रा है।

2. अलग-अलग राशियों के अनुसार भद्रा तीनों लोकों में घूमती रहती है।

3. भद्रा को शनिदेव की बहन माना जाता है जो कि क्रूर स्वभाव की है, जो मांगलिक कार्य में विघ्न डालती है।

4. भद्रा का निवास मृत्युलोक में है तो मांगलिक कार्य नहीं करते हैं।

5. मान्यता अनुसार भद्रा काल में राखी बांधने से अशुभ और अमंगल होता है। भद्रा कष्ट देती है।

6. जब भद्रा मुख में होती है तो कार्य का, कंठ में धन का, हृदय में होती है तो प्राण का नाश करती है।

7. जब भद्रा पुच्छ में होती है तो विजय की प्राप्ति होती तथा कार्य सिद्ध होते हैं।

8. भद्राकाल में राखी बांधनी पड़े तो प्रदोष और पुच्छ काल में, अमृत, शुभ, लाभ का चौघड़िया देखकर ही बांधें।

भद्राकाल में राखी बांधें या नहीं?

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