श्री शनिदेव के मंत्र, करेंगे संकटों का अंत

श्री शनि देव के इन विशेष मंत्रों के जाप से यश, सुख, समृद्धि, कीर्ति, पराक्रम, वैभव, सफलता और अपार धन-धान्य के साथ प्रगति के द्वार खुलते हैं।

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ॐ शं शनैश्चराय नम:

ॐ प्रां. प्रीं. प्रौ. स: शनैश्चराय नम:।

ॐ नीलांजन समाभासम्। रविपुत्रम यमाग्रजम्। छाया मार्तण्डसंभूतम। तम् नमामि शनैश्चरम्।।

सूर्यपुत्रो दीर्घेदेही विशालाक्ष: शिवप्रिय: द मंदचार प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:

नमस्ते कोणसंस्थाय पिंगलाय नमोस्तुते। नमस्ते वभ्रूरूपाय कृष्णाय च नमोस्तु ते॥ नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चान्तकाय च। नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥ नमस्ते यंमदसंज्ञाय शनैश्वर नमोस्तुते। प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥

ॐ शमाग्निभि: करच्छन्न: स्तपंत सूर्य शंवातोवा त्वरपा अपास्निधा:

ॐ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।

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