शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत वर्षा होती है और यह खीर को अमृत तुल्य बना देती है। चलिए जानते हैं इसके हेल्थ बेनेफिट्स के बारे में

Social Media

वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार दूध में प्रचुर मात्रा में लैक्टिक एसिड पाया जाता है।

Social Media

दूध की खीर जब चांदनी रात में रखी जाती है तब यह अधिक मात्रा में चंद्रमा की किरणों को अवशोषित करती है।

Social Media

चंद्रमा के प्रकाश में कई तत्व होते हैं जो खीर को तत्वों से समृद्ध कर देते हैं।

Social Media

चावल से बनी खीर को चांदी के बर्तन में चांदनी रात में रखने पर यह पोषक तत्वों से समृद्ध हो जाती है।

Social Media

चांदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है जिसे खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है।

Social Media

अगर किसी भी व्यक्ति को चर्म रोग हो तो वो इस दिन खुले आसमान में रखी हुई खीर खाएं।

Social Media

इसे खाने से कफ और श्वास संबंधी बीमारी भी दूर होती है।

Social Media

इसके साथ ही इस दिन चांदनी रात में मिश्री रखने की सलाह भी दी जाती है।

Social Media

चांद की रोशनी सोखने वाली मिश्री पित्त से जुड़े रोगों के लिए औषधि का काम करती है।

Social Media

यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन होने पर औषधीय मिश्री और धनिया मिलाकर खाने से आराम मिलेगा।

Social Media

दशहरा पर रावण दहन के बाद करें ये कार्य

Follow Us on :-