सूर्य कन्या संक्रांति : 10 काम की बातें
सूर्य के किसी भी राशि में परिवर्तन को संक्रांति कहते हैं। 17 सितंबर 2022 को कन्या संक्रांति है।
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17 सितंबर 2022 शनिवार को सूर्यदेव सिंह से निकलकर कन्या में प्रवेश करेंगे।
कन्या राशि पर सूर्य के प्रभाव से कन्या राशि के जातकों को फायदा होगा।
इस संक्रांति पर कन्या राशि वाले पिता, बहन, मौसी, बुआ की सेवा करें। माता दुर्गा की पूजा करें।
बुराई और किसी गलत आचरण से बचें। ऐसा करने से सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
कन्या संक्रांति के दिन गरीबों को दान दिया जाता है। इससे धन-समृद्धि आती है।
इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कराई जाती है। पूजा के बाद दान देना जरूरी है।
कन्या संक्रांति के दिन नदी स्नान करने का खास महत्व होता है। स्नान करके भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देकर उनकी पूजा की जाती है।
कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा पूजन भी किया जाता है जिस वजह से इस तिथि का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते। अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
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