शनिवार को नगर में खाद्य सामग्री विक्रेता व्यापारीगण लामबंद हुए। इसमें जिले के 20 केंद्रों से करीब 1500 व्यापारियों ने आंदोलन में भाग लिया। साथ ही रैली निकालकर कलेक्टर को खाद्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ ने 9 से 11 अप्रैल को बंद का आह्वान किया। वहीं कलेक्टर ने जरूरी वस्तुओं को इससे मुक्त रखा।
केंद्र सरकार द्वारा लाए अधिनियम के विरोध में पूरे जिले के व्यापारियों ने भाग लेकर उग्र प्रदर्शन किया। इसके तहत नगर के प्रमुख मार्गों पर रैली निकाली। साथ ही कलेक्टोरेट कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया।
दिखाई अपनी ताकत
गुरुवार को स्थानीय व्यापारियों ने प्रदर्शन किया था। शनिवार को पूरे जिले से व्यापारीगण बस स्टैंड पर एकत्रित हुए। दोपहर दो बजे रैली आरंभ हुई। कलेक्टोरेट कार्यालय पहुँचने पर वहाँ एक घंटे व्यापारियों ने धरना दिया।
खतरनाक व क्रूर है विधेयक
धरने पर बैठे व्यापारियों को संबोधित करते जोबट व्यापारी संघ के अध्यक्ष घनश्याम वाणी ने कहा कि यह अधिनियम व्यापारियों के लिए अत्यंत ही खतरनाक, क्रुर एवं घातक है। इस विधेयक में ईमानदारी से कार्य करने वालों को हमेशा अधिकारियों के भय के साए में ही व्यापार करना होगा। बोरी व्यापारी संघ के विजय जैन ने कहा कि इस अधिनियम की आड़ में व्यापारियों को परेशान कर मनमाने तरीके से अर्थदंड वसूलेंगे।
आजादनगर (भाबरा) के हुसैन बोहरा ने कहा कि छोटे व्यापारी जो अधिकारियों की मंशा पूरी नहीं कर पाएँगे, तो उन्हें बाजार से हटने पड़ेगा। ऐसी स्थिति में लोग बेरोजगार हो जाएँगे। सभा को मेवालाल अग्रवाल जोबट, प्रकाश वाणी नानपुर, सुरेश माहेश्वरी, रमेश सोमानी, नरेश सारडा, बाकिर बोहरा आदि ने संबोधित किया। संचालन आलीराजपुर किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष संतोष थेपड़िया ने किया। आभार ललित जैन ने माना। आंदोलन में जगदीश गुप्ता, ब्रजमोहन बेड़िया, संजय कोठारी, गोपाल नवाल, ओमप्रकाश गुप्ता सहित अनेक व्यापारी सक्रिय नजर आए। जिले के उदयगढ़, बोरी, आजादनगर, कट्ठीवाड़ा, जोबट, खट्टाली, नानपुर सोंडवा, उमराली आदि स्थानों के व्यापारियों ने भाग लिया।
अत्यावश्यक वस्तुओं को रखें मुक्त
धरना प्रदर्शन के बाद कलेक्टर राजेंद्रसिंह को व्यापारियों ने ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर श्री सिंह ने व्यापारियों से अपील की कि वे दूध, सब्जी, दवाई आदि अत्यावश्यक वस्तुओं को बंद से मुक्त रखें। इस पर व्यापारियों ने सहमति जताई। उदयगढ़ से आई महिला किराना दुकानदार मनोरमा बाई ने कहा कि वे विधवा है। उनके पुत्र का भी निधन हो चुका है। दुकान के लिए जमीन उपलब्ध करवाएँ। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि आप नियमानुसार आवेदन करें। स्थानीय किराना दुकानदार विमल राठौड़ ने कलेक्टर से कहा कि वे इस अधिनियम से परेशान हो जाएँगे। इसलिए दुकान बंदकर चाबी आपको दे रहा हूँ। श्री सिंह ने चाबी वापस करते हुए कहा कि वे समस्या को ऊपर तक भिजवाएँगे।